वीर्य नाश से बचे
आज के समय में अश्लीलता चारों तरफ फेल चुकी है, इस अश्लीलता से आज की युवा बहुत प्रभावित होते आरहे है. आप सोच भी नहीं सकते, अंदाज़ा भी नहीं लगा सकते है की पोर्न और ऐसी अश्लील फिल्मो का हमारे शरीर पर और युवाओं पर कितन बुरा असर हो रहा है.
शायद आपको पता हो, की जीतन शक्तिशाली वीर्य होगा उतनी ही शक्तिशाली और अच्छी संतान पैदा होती है. लेकिन आज के समय में आप देख ही रहे होंगे की इस अश्लीलता के चलते व्यक्ति वीर्य का नाश करते चला जा रहा है ज्यादा से ज्यादा दो तीन सप्ताह के भीतर व्यक्ति वीर्य को स्खलित कर देता है.
जब की वीर्य पूरी तरह से बनने में तीन महीने का समय लेता है, तीन महीने में वह अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त करता है. लेकिन आज के समय में अश्लीलता के चलते कोई अपने वीर्य को देर तक नहीं रख पाता और वीर्य का क्षय हो जाता है.
आज के जो बच्चे ऐसे पैदा हो रहे है जो की सिर्फ शारीरिक भोग पर ही ध्यान देता है, वह मनुष्य होने का लाभ नहीं ले पाते और ना ही अपनी बुद्धि का पूरा प्रयोग कर पाते है. यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि वीर्य कमज़ोर है.
मान लीजिये कोई पिता सम्भोग करता है और बच्चा ठहर जाता है इसके पहले भी पिता कुछ सप्ताह में सम्भोग किया करता ही था तो यह जो वीर्य से बच्चा पैदा होगा यह भी कमज़ोर और निम्न होगा. क्योंकि वीर्य आपके पिता का कमज़ोर था, वीर्य उन्होंने रोका ही नहीं.
यह आप भी जानते होंगे की मजबूत से ही मजबूती बनती है, शुद्ध खाने से ही शुद्ध शक्ति बनती है ठीक इसी तरह हमने वीर्य को कुपित कर लिया है जिसके चलते हम आने वाली संतान को बुरे प्रभाव में पाएंगे.