टाइफाइड का इलाज बताएं क्या है और इसे कैसे करे टाइफाइड जिसे हम हिंदी language में मियादी बुखार, मोतीझरा बुखार और ग्रामीण क्षेत्र में महाराज बुखार कहते हैं हम यहां इसके बारे में आपको पूरी information & guide देंगे.
यह बुखार ज्यादातर सामान्य बुखार आने पर उसकी देखभाल नहीं करने से होता हैं. इसके साथ ही इसके और भी बहुत से कारण होते हैं. आइये जाने इसका जड़ से घरेलु इलाज और आयुर्वेदिक उपचार करने के बारे में.
लेकिन ज्यादातर मोतीझरा, मियादी बुखार सामान्य बुखार आने पर उसकी ठीक से देखभाल नहीं करना, बुखार की दवाई के पुरे Course का सेवन नहीं करना, बुखार के समय देख रेख से नहीं रहना, ठंडा पानी पीना व नहाना, अगर आपको सामान्य बुखार है और आप इन छोटी-छोटी बातों को नज़रंदाज़ करेंगे तो स्वाभाविक रूप से टाइफाइड बुखार में बदल जाएगा पड़े.
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आप इस पोस्ट को पूरा निचे तक जरूर पड़ें, जल्दबाजी न करे.
- इसके साथ ही टाइफाइड बुखार Salmonellae typhi bacteria से होने वाले infection के कारण होता हैं. या यूं कहें की देख रेख न रखने से शरीर में यह बैक्टीरिया अपना प्रभाव जमा लेता हैं जिसकी वजह से बुखार टाइफाइड में बदल जाता हैं.
- यह बैक्टीरिया इंसान के शरीर के intestines और bloodstream body parts में रहता हैं. यह बैक्टीरिया छुआछूद, बीमार व्यक्ति का झूठा पानी पिने आदि से भी दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंच जाता हैं, और उसे भी बीमार कर देता हैं.
- Typhoid Bacteria Virus
Salmonellae typhi bacteria सिर्फ इंसान के शरीर में ही पाया जाता हैं और इसके infection भी सिर्फ मानव शरीर को ही हो सकते हैं बाकी किसी भी जानवर को टाइफाइड बुखार नहीं हो सकता हैं. इस मियादी, मोतीझरा टाइफाइड का उपचार समय पर न होने से हर साल 1-4 मरीज मारे जाते हैं
Salmonellae typhi bacteria इंसान के शरीर में मुंह के जरिये शरीर में प्रवेश करता हैं. यह 15-20 दिनों तक Intestine में रहता हैं. इस बिच यह अपने आपको प्रभावी बना लेता हैं और फिर intestinal wall और bloodstream पर आक्रमण करता हैं. ऐसी situation में मरीज (patients) को खून की जांच या पेशाब की जांच करवा लेना चाहिए.
ऐसा करने पर रोगी समय रहते टाइफाइड का देसी, आयुर्वेदिक उपचार या होम्योपैथिक ट्रीटमेंट करवा सकता हैं. लेकिन इन सब से पहले उसे टाइफाइड की जांच जरूर करवा लेना चाहिए. अब आपने टाइफाइड क्या होता है और क्यों होता है इस विषय में अच्छे से जान ही लिए अब हम आपको इसके लक्षण और कारण के बारे में बताएंगे
- हमारे देश भारत में टाइफाइड की definition होती हैं – बुखार बिगड़ जाना. यानी सामान्य बुखार आने पर उसकी ठीक से देखभाल व इलाज न करवाने पर बुखार बिगड़ जाता है. इससे बैक्टीरिया और बढ़ जाते है और फिर रोगी को परास्त कर देते हैं.
टाइफाइड का इलाज बताएं क्या है
Typhoid ka ilaj batao kya hai
टाइफाइड होने की वजह (कारण)
- यह बुखार गन्दा पानी पिने से भी होता है
- ख़राब बासी भोजन करने पर
- Expired foods का सेवन करने से
- किसी बीमार ब्यक्ति का झूठा पानी पिने से
- यात्रा करते समय पिए जाने वाली दूषित पानी से
- घर व Kitchen में साफ़ सफाई न रखने से
- सामान्य बुखार होने पर उसकी देखभाल न करने से
- सर्दी खांसी जुकाम को अनदेखा करने से
- सामान्य बुखार आने पर उपचार नहीं करवाने से
- आदि वह छोटी-छोटी आदतें जिनपर हम बीमार होने पर ध्यान नहीं देते हैं
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अब बारी आती हैं मोतीझरा टाइफाइड के लक्षणों के बारे में जानने की. इस विषय में हर एक व्यक्ति को जानना चाहिए ताकि जब भी उसे बुखार आये तो वह अपने लक्षणों को देख कर यह पहचान सके की कहीं उसे टाइफाइड बुखार तो नहीं हो गया हैं. ज्यादातर लोग इसी वजह से मारे जाते हैं वह समय पर इस बुखार के लक्षण को जान नहीं पाते और जब उन्हें इसका आभास होता है तब तक टाइफाइड बुखार में बड़ी देर हो जाती हैं .
- इस पोस्ट को पूरा पड़ने के बाद यह भी देखें :
- तुरंत दस्त रोकने के उपाय आयुर्वेदिक नुस्खे
- खांसी का इलाज तुरंत
- सर्दी जुकाम का इलाज के आसान घरेलु नुस्खे
- सिर दर्द के रामबाण उपाय
- एसिडिटी की दवा जड़ से इलाज
- मलेरिया, टाइफाइड, बुखार में नाहना चाहिए या नहीं ?
- ठीक से पूरा पेट साफ़ करने के तरीके 5 उपाय
- बालो को जल्दी से बढ़ाने और लंबे करने के 5 उपाय और नुस्खे
लक्षण (Typhoid Signs)
Salmonellae typhi Bacteria के प्रभावी होने के 1-2 सप्ताह बाद से यह शरीर में लक्षण दिखाने लगता हैं. शारीरिक कमजोरी व धीमा बुखार आने लगता हैं आदि निचे पूरा पढ़िए.
- भूख खुलकर नहीं लगना, बहुत बार तो भूख का आभास ही नहीं होता
- सिर में दर्द होना
- शरीर के सभी हिस्से हाथ, पैर, कमर आदि दर्द करने लगते हैं
- पूरा शरीर थकान से भर जाता हैं. थोड़ा सा काम करने पर भी भारी थकान होने लगती हैं
- 104 degree का बुखार आना
- पुरे दिन भर हल्का धीमा बुखार बने रहना
- धीमा बुखार शरीर हल्का गर्म रहना टाइफाइड बुखार होने का सबसे बड़ा लक्षण होता हैं
- दस्त लगना
- धीरे-धीरे कुछ सप्ताह के बाद 24 घंटे बुखार बने रहना
Medical Treatment
टाइफाइड बुखार के लिए Antibiotics होते हैं जिनके जरिये अब जल्द ही इस बुखार से छुटकारा पाया जा सकता हैं. पहले के समय में एंटीबायोटिक्स नही हुआ करते थे इसलिए ज्यादातर टाइफाइड के मरीज मर जाय करते थे. जैसे ही आपको अपने शरीर में टाइफाइड के लक्षण दिखाई देने लगे तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाए व खून पेशाब की जांच करवाये.
- गर्मी आने पर पूरी तरह से पसीने को आने दें
- जब तक आप पूरी तरह ठीक न हो जाओ तब तक न नाहये
- समय पर दवाइयों का सेवन करे
- इस बिच अगर बुखार में कोई सुधर न लगे तो फिर से खून की जांच करवाये
टाइफाइड के घरेलु उपाय व नुस्खे से आप कई हद तक इसे नियंत्रित कर सकते है व छुटकारा पा सकतेह है. और इसके साथ ही इन घरेलु नुस्खे के जरिये आप जल्दी से जल्दी ठीक हो सकते हैं यानी Recovery हासिल कर सकते हैं. इन नुस्खे व आयुर्वेदिक उपाय को अपनाने से बुखार के दौरान आपको कमजोरी महसूस नहीं होगी. मुंह भी ख़राब नहीं होगा.
तुलसी का काढ़ा पिए
- 20 तुसली के पत्ते
- 5 ग्राम रस गिलोय वाली निम का
- छोटी पीपर के 10 टुकड़े
- सोंठ 10 ग्राम
इन सब को आपस में अच्छे से मिला लें, 1 ग्लास में इन सब चीजों को डालकर अच्छे से उबाल लें. यह काढ़ा सभी तरह के बुखार में बहुत असरकारी होता हैं. इसका सेवन करने के बाद पानी न पिए. न कुछ खाये.
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आयुर्वेदिक क्वाथ काढ़ा
- 4-5 मुनक्का
- 8-10 अंजीर
- 1-2 ग्राम खूबकला
इन तीनो को बताई गई मात्रा में लेकर चटनी की पट्टी पर पीसले. इसको अच्छे से पीसने के बाद इसको खा ले. सिर्फ ५-६ दिनों तक इसका सेवन करने पर आपको टाइफाइड बुखार ख़त्म हो जायेगा. यह बाबा रामदेव द्वारा बताया गया हैं.
- टाइफाइड ठीक करने के लिए पतंजलि की घनवटी दवाई को पतंजलि स्टोर्स से खरीद लें और उनसे यह भी जान ले की इसे किस तरह से लेना हैं. यह टाइफाइड के लिए बिलकुल 100% असरकारी होता हैं. आप इसका उपयोग कर के देख सकते हैं.
लौंग का इस्तेमाल करे
- सर्दी खांसी जुकाम आदि को झट से ख़त्म करने वाला लौंग टाइफाइड बुखार में भी बहुत असरकारी होता हैं. इसमे बहुत से एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो की विषैले बैक्टीरिया को ख़त्म करने में बहुत मदद करते हैं. बुखार में इसका सेवन उलटी, घबराहट और दस्त में भी मदद करता हैं.
इसका उपयोग करने का तरीका
- 5-7 लौंग लें और 8 Cup पानी में मिलाये
- अब इसे तब तक उबाले जब तक यह पानी आधा न रह जाए
- अच्छे से उबाल लेने के बाद जब यह ठंडा हो जाए तो इसका सेवन कर ले
- रोजाना इस घरेलु उपाय का सेवन करने से टाइफाइड में बहुत फायदा होता हैं.
किशमिश यानी बड़े मुनक्का

- इसका उपयोग भी बहुत ही आसान हैं सिर्फ आपको रात को सोते समय एक बड़े कप में ठंडा पानी भरकर उसमे किशमिश (बड़े मुनक्का) डालना होती हैं. फिर अगली सुबह उठकर इसका सेवन करना होता हैं. बस इतने से प्रयोग के जरिये आप टाइफाइड बुखार से छुटकारा पा सकते हैं.
- अगर आपको इस नुस्खे को अपना ने में कोई संकोच हैं तो आप market में जाकर बड़े किशमिश लेकर आये और इनका दिन में कभी भी जितना चाहे उतना सेवन करे. इनके सेवन से आपको बुखार में बहुत लाभ होगा. यह सालों से अपनाये जा रहा टाइफाइड का उपाय हैं जो की बहुत ही असरकारी होता हैं.
शहद का उपयोग
- टाइफाइड में शहद का नुस्खा भी बहुत आसान हैं सिर्फ थोड़ी सी शहद को हलके गर्म पानी में मिलाकर सेवन करना होता हैं. इसका आप दिन में कभी भी प्रयोग कर सकते हैं. यह टाइफाइड बुखार के लिए बहुत असरकारी नुस्खा है, इसे जरूर अपनाये.
तुलसी के पत्ते
- टाइफाइड ठीक करने के लिए तुलसी की 20 पत्तियां लें, इसमे थोड़ा सा अदरक का रस मिलाये और थोड़ा सा पानी डालकर इसे अच्छे उबाले. जब यह उबलकर आधा रह जाए तो इसको पि ले (स्वाद के लिए इसमे आप थोड़ी सी शहद भी मिला सकते हैं). दिन में 3 बार इसका सेवन करने से टाइफाइड बुखार में बड़े असरकारी परिणाम होते हैं.
- इसके अलावा आप इस प्रयोग को भी कर सकते हैं – 8-10 तुलसी के पत्तों को लेकर इनका रस निकाल लें. फिर इसमे थोड़ी से कालीमिर्च मिलाकर इसका सेवन करे. इसका सेवन भी दिन में 3 बार करना चाहिए
लहसुन है देसी इलाज टाइफाइड में
लहसुन और घरेलु टाइफाइड के देसी इलाज के लिए सबसे असरकारी उपाय में गिना जाता हैं. लहसुन में antimicrobial properties होती हैं जो की उस बैक्टीरिया को ख़त्म करती हैं जिससे टाइफाइड बुखार पैदा होता हैं. इसके साथ ही यह शरीर में मौजूद खराब Toxins को ख़त्म करने में भी मदद करता हैं.

- लहसुन के इस नुस्खे का उपयोग भी बहुत आसान हैं. रोजाना खाली पेट 2 लहसुन की कलियों का सेवन करना होता हैं. इसके रोजाना के सेवन से टाइफाइड के बैक्टीरिया का खात्मा होता हैं.
- इसके साथ ही आप लहसुन को भूनकर, 1 कप दूध, व 1 कप पानी इनको आपस में मिलाकर अच्छे से उबाल लें जब तक यह 1/4 न रह जाए इसे उबालते रहे. इसका दिन में 3 बार सेवन करना होता हैं.
- छोटे बच्चे और गर्भवती महिलाये लहसुन के इन उपाय का प्रयोग ने करे..
बबुल बार्क काढ़ा : टाइफाइड के उपचार
टाइफाइड बुखार में बबुल बार्क में बहुत से औषधीय गुण होते हैं. इन गुणों की मदद से बहुत से दर्द में राहत पाई जा सकती हैं.
इसलिए इस औषधि का उपयोग gonorrhea, leucorrhoea, dysentery और diabetes जैसी बिमारियों में भी किया जाता हैं. इसके साथ ही यह diarrhea, Cancer, सर्दी जुकाम, नाक कान दर्द और बुखार से शरीर में होने वाली ऐठन को मिटाने के लिये सर्वोत्तम माना जाता हैं.
- इन सब बिमारियों के उपचार के साथ यह टाइफाइड के लिए अच्छा भी अच्छी नुस्खा है. यह Salmonellae typhi Bacteria को ख़त्म करने मैं बड़ी मदद करता हैं. यह 100% प्राकृतिक रेमेडी हैं.
कैसे उपयोग करे
- बाबुल छाल – 60 ग्राम
- 2 ग्लास पानी
- काली मिर्च का पाउडर – थोड़ा सा लें
- सबसे पहले बबुल की छाल को पानी में अच्छे से मिलाकर घोल लें, इसके बाद इसे आग पर उबाले
- इसे तब तक उबाले जब तक की यह उबलकर 1 कप जितना न हो जाए
- जब यह 1 कप रह जाए तो इसमे काली मिर्च का पाउडर मिलाये
- अब इसे थोड़ा ठंडा होने दें. जब यह पिने योग्य हो जाए तो इसका सेवन कर लें.
- आपको इस आयुर्वेदिक घरेलु उपाय का दिन में 3 बार 3 दिनों तक भोजन करने से पहले उपयोग करना होगा. यह आपको बहुत आराम देगा.
Typhoid ka ilaj kya hai bataiye ?

कैसे करे इसका उपयोग
- सुखी जौ – 1 बड़ा चमचा
- सुखी बाजरा – 1 बड़ा चमचा
- सूखे चने (Gram) – 1 बड़ा चमचा
- सबसे पहले सुखी जौ, सुखी बाजरा और सूखे चने को अच्छे से भून लें (Fry) कर लें
- इनको भूनकर पाउडर बनाओ
- अब चने, बाजरा और जौ को सामान मात्रा में लें
- इसके बाद इन्हें गुड़ के syrup या शहद के साथ मिला लें
- फिर रोजाना दिन में 3 बार 3 दिनों तक इसका सेवन करे
अमरुद के फूल
इसका उपयोग कैसे करे
- 7 अमरुद के फूल
- 1 कप बकरी का बिना उबला हुआ दूध
- आपको सबसे पहले अमरुद के फूलों को बारीक पिसना हैं
- इसको पीसने के बाद इसमे बकरी का दूध मिला देना हैं.
- अब इन दोनों को अच्छे से Mix कर लें
- Mix करने के तुरंत बाद ही इसका सेवन करले (बाद में यह गुणकारी नहीं होता)
- इसका सेवन हमेशा पेट खाली होने पर ही करे
- दिन में 3 बार 3 दिनों तक खाना खाने से पहले इस आयुर्वेदिक देसी नुस्खे का टाइफाइड के लिए उपयोग जरूर करे.
बेल के पत्तों से
बेल के पत्तों का उपयोग कैसे करे
- 8 बेल के पत्ते लें
- इन पत्तो को लेकर अच्छे से बारीक पीस लें, भून लें
- अब इन पत्तों में से निकलने वाले रस को अलग किसी ग्लास में भर लें
- आप इसमे थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं
- अब मोतीझरा बुखार के लिए यह आयुर्वेदिक नुस्खा तैय्यार हो चूका हैं. रोजाना इसका दिन में 3 बार 4 दिनों तक 1 चम्मच रस लेकर
- सेवन करना हैं.
करेले के पेड़ की पत्तियां
- करेले की पत्तियां सभी तरह के भुखार में बहुत उपयोगी होती हैं. इनके कड़वेपन में बुखार ख़त्म करने के अनूठे गुण पाए जाते हैं. इसके लिए टाइफाइड बुखार में करेले की पत्तियों के रस को दिन में 2 बार पिए. इसका सेवन आपको तब तक करना हैं जब तक आपकी तबियत पूरी ठीक न हो जाए.
निम्बू भी है रामबाण
- इसमे बहुत मात्रा में Vitamin C होता हैं जौ की टाइफाइड बुखार के दौरान पाचन तंत्र में होने वाली गड़बड़ को ठीक करने में बहुत मदद करता हैं. आप चाहे तो इसका रोजाना सुबह के समय भी उपयोग कर सकते हैं.
- नींबू को निचोड़कर इसका रस निकाल लें और इसमे थोड़ी सी शहद मिलाये. अब एक ग्लास पानी में इन दोनो को मिलाकर अच्छे से Mix कर के इसका सेवन करे.
Dehydration से बचने के लिए Orange Juice
- संतरे में तरह-तरह के Vitamins और Minerals होते हैं जो की शारीरिक कमजोरी को दूर करने के साथ-साथ पाचन तंत्र को स्वस्थ करता हैं. इसके साथ ही यह टाइफाइड बुखार में शांति देता हैं जिससे रोगी का मन लगा रहता हैं उसे उदासी नहीं घेरती.
- टाइफाइड के लिए इसका उपयोग भी बड़ा आसान हैं दिन में 3-4 बार संतरे का रस का सेवन करना होता हैं बस. यह आपको बुखार से होने वाली सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा दिला सकता हैं.
अदरक और सेब
- टाइफाइड बुखार में ज्यादातर Dehydration की समस्या का सामना करना पड़ता हैं. और Dehydration से छुटकारा दिलाने में अदरक और सेब दोनों बहुत उपयोगी होते हैं. इसके साथ ही यह दोनों शरीर के ख़राब पदार्थ (Toxins) को बहार निकालने में बहुत मदद करते हैं.
ऐसे करे उपयोग
- 1 चम्मच अदरक का रस
- 1 ग्लास सेब का रस
- सबसे पहले अदरक के रस को सेब के रस में मिलाये
- अब दोनों को अच्छे से mix कर लें
- Mix करने के तुरंत बाद ही इसका सेवन कर ले (बाद में यह असरकारी नहीं होगा इसलिए तुरंत पिले)
- जब भी आपको Dehydration से सम्बंधित परेशानी हो तो आपको इसका सेवन करते रहना चाहिए. जितना ज्यादा इसका सेवन
- करेंगे उतना ही Dehydration से बचे रहेंगे.
अनार का रस
- Dehydration से बचने के लिए अनार के रस का भी सहारा लिया जा सकता हैं. यह भी अदरक व सेब के जितना ही प्रभावकारी होता हैं. इसको आप बड़ी आसानी से घर पर या बाजार से प्राप्त कर सकते हैं. इसमे सिर्फ आपको अनार के रस का सेवन करना होता हैं. यह Dehydration में लाभदायक व असरकारी टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज हैं. इसके बुरे परिणाम नही होते.
नारियल पानी भी है टाइफाइड का सही उपाय
- नारियल पानी में sodium, calcium, potassium, magnesium, fats, electrolyte, और carbohydrates बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं. इसका सेवन Metabolism को भी बढ़ाता हैं. जैसा की हम सब जानते हैं बीमारी हालात में हमारा शरीर बहुत नाजुक व कमजोर हो जाता हैं तो ऐसी स्थिति में नारियल का घरेलु उपाय सबसे बेहतर होता हैं. यह तुरंत शरीर को नई ऊर्जा से भर देता हैं, टाइफाइड बुखार में कमज़ोरी आने से भी बचाता है.
सिर पर पट्टी रखना
टाइफाइड में सिर पर पट्टी रखने का यह उपाय कई सालों से अपनाया जाता आ रहा हैं. यह शरीर के तामपान को कम करता हैं व तेज बुखार से छुटकारा दिलाने में बहुत मदद करता हैं.

- एक हलके कपडे को लेकर ठन्डे पानी में भिगो लें
- आप इस कपडे में बर्फ के टुकड़ों को बारीक़ पीसकर भी रख सकते हैं
- इसके बाद इस पट्टी को सिर पर रख लें
- जब तक तेज बुखार उतर न जाए तब तक आप इस पट्टी को सिर पर रख कर रखे
- सिर के साथ-साथ आप इस ठन्डे पानी की पट्टी को हाथ व पैरों के पंजो पर भी रख सकते हैं.
ज्यादा पानी पिए
यह एक स्वाभाविक बात हैं की जब आपको तेज बुखार आएगा तो आपके शरीर में से पसीना निकलेगा और अगर ऐसी अवस्था में आपके शरीर में पानी की कमी होगी तो आप डिहाइड्रेशन के शिकार हो सकते हैं.
दूसरी बात यह की बीमारी अवस्था में ज्यादा पानी पिने से शरीर में मौजूद खराब Toxins भी बाहर निकल जाते हैं. इसलिए आपको पानी का ज्यादा सेवन करना चाहिए. अगर आप पानी नहीं पीना चाहते तो इसकी जगह पर ऊपर बताये गए फलों के रस का सेवन कर सकते हैं.
Apple Cider Vinegar
- टाइफाइड बुखार में सेब के सिरके का उपयोग भी बहुत असरकारी होता हैं. इसमे बड़ी मात्रा में acidic property होती हैं जो की इस तरह के बुखार में बहुत फायदेमंद रहती हैं.
केले खाये (Banana)
टाइफाइड बुखार में केले का सेवन भी बहुत लाभदायक होता हैं. टाइफाइड से होने वाली कमजोरी को दूर करने के लिए इसका उपयोग भी किया जा सकता हैं. आप एक ग्लास दूध में केले को Mix कर के भी सेवन कर सकते हैं.
- यह भी जरूर पड़ें :
- टाइफाइड में क्या खाये और क्या नहीं
- टाइफाइड जड़ से ख़त्म करने की दवा
- 5 दिन में टाइफाइड का इलाज (Baba Ramdev)
अगर आपने इस पूरी पोस्ट को अच्छे से पढ़ लिया है तो अब आप यह ऊपर दिए गए पोस्ट भी पड़ें, इसमें बार-बार टाइफाइड होने व इसको जड़ से मिटाने के और भी नुस्खे और आयुर्वेदिक दवा के बारे में बताया है.
टाइफाइड बुखार आने पर क्या करे
- टाइफाइड में रोजाना दिन में दो बार नींबू और शहद को एक ग्लास गर्म पानी मिलाकर पिए
- ताज़ा संतरे के रस का सेवन करे, यह आपको डिहाइड्रेशन से बचाएगा
- ज्यादा मीठी चीजें खाने से बचे
- हरी पत्तियों की सब्जियों का सेवन करे, उबली हुई सब्जी ज्यादा खाये
- खाने पिने के मामले में खास सावधानी बरते
- साफ़ पानी पिए, अगर आपके क्षेत्र में पानी ठीक नही मिलता तो पानी को उबालकर पिए
- drinking, cigrates आदि के सेवन बचे
- टाइफाइड में डॉक्टर द्वारा दी गई सभी दवाइयों का पूरा-पूरा सेवन करे.
- जब तक दवाइयों का कोर्स पूरा न हो जाए उसको लेते रहे
- अगर आपको बुखार में आराम नजर न आये तो दुबारा खून व पेशाब की जांच करवाये
- दूध और dairy products का सेवन कम से कम करे
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उम्मीद है आपको टाइफाइड का इलाज बताओ, typhoid ka ilaj bataye kya hai के बारे में पढ़कर बहुत अच्छा लगा हो. अगर आपको इसके बारे में कुछ पूछना हो तो Comment के जरिये हमसे पूछ सकते है. इलाज में यह सभी नुस्खे बहुत जरुरी है, व कई रोगियों के पूछने पर ही यह बताये है.
2 year puranaa tifaide bukhar hai elage btaye theek nahi ho raha ha
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mujhe hamesha fit rhna h
Thanks lot for good information
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aap munakka jyada khaye, kamjori mehsus hogi hi aap dheere-dheere diet badhaye
Hi aapko jo bhi ho rha hai un sb par hmne alag-alag post me btaya hai jaise ulti, khansi, sardi, loose motion etc to aap pahle yahan par typhoid ke nuskhe padh le iske baad aap is site par ulti, dast etc ke post ko dhundhkar unhe bhi padle aapko jald hi aaram mil jayega.
Mujhe typhoid hua h ,I’m 24 years old mera sir dard kar raha h ,koi khana pach nai raha sath me khansi v bahut ho rahi , vomiting or loose motion v ho jaa raha hai , aise me mai kar sakti hoon jisse mujhe rahat mile mai so v nai paa rahi hoon i m so frustrate plz plz koi to upay bata dijiye please
Dear sir
Mai Rajeev Ranjan kumar mujhe tyfoide ho gya h or maine dr. Ko dikhaya bhi hu or blood bhi janch karawaya hu report me tyfoide nikala h ‘O’ 1:160 hai or ‘H’ 1:80 hai or dr. Ne mujhe 3 day dawa chalaya or bal rha h ki dawa ab nhi lo. Or mujhe weekness jada feel hota to mai kya karu or kitna tyfoide jada h kya or mujhe 6 years me ye 4th bar tyfoide hua h mai kya karu jo isase bacha jaye. Please help me sir.
धन्यवाद, ऐसी टिपण्णी पढ़कर हमे और प्रेरणा मिलती है.
आपने हर बीमारी के बहुत अच्छे उपाय बता रखे है भाई साहब इस परोपकार के बदले भगवान आपको दुनियाँ भर का सुख दे यही विनती है भगवान से।
Hiii aap chhale khatam karne ke liye yah upay kijiye 1-2 dine me hi aaram ho jayega –
Sir mujhe typhoid hai or hmesa sr mai drd rehta hai mai treatment toh le rah hu pr mere muh mai chhale hai jis wjh se mai kuch nhi khha pa rha hu kirpya krke solutions kre
1-2 din purana chlega baaki new banaye to better rhega.
Tiphoid aur piliya me munakka ,anjir, khubkala nukhsaan to nahin kare ga aur ye nuskha ek baar bana kar roz khana h ya roz naya nuskha banana h plz bataden
Hello Muskam : Piliya rog par bhi hmne jankari di hai aap use yahan dhundkar padh skti hai typhoid ko jad se khatam karne ke liye aap yah dawa lijiye >> padei —
Mujhe 5,6 saal se typhoid positive aata h ab mujhe tiphiod hua h aur saath hi halka sa piliya ho gaya h kya main munakka ,anjir ,khubkala vala nuskha apna sakti hun aur main dudh bhi pilati hun
Hello Kala aap use tulsi ke patte ka rs pilaya subah khaali pet aur munakke bhi khilaaye iske saath hi hme typhoid me bhojan par bhi jankari di hai aap us article ko bhi padiye use padne ke liye Related posts section me jaaye ya Typhoid Category me jaakar use jankari ko haasil kare.
Sir meri beti 3 1\2 saal ki hai.ure typhoid ho gaya hai..main use kya diet du plzz bataye ki wo jald theekbho jaye..plzź…thanks
Hello Vijay, Aese tablets ke naam btana thik nahi hoga, isliye agar aap allopathic ilaj karwana hi chahte hai to doctor se checkup karwakar hi lein.
sir, kya aap bata skte h tyfade mai kon kon se (tablets) late h kya tablets k nam bta sakte h plz
Very good
Yah to hme nhi paata aapko hi pta karna hoga
Gh
Sir Punjab or himachal me motijwar bhagwan ka Mandir kahan par hai, beta skte ho, hamare yahan kisi ko nhi pta
टाइफाइड से जल्द छुटकारा पाने के लिए आहार मे बाजरै व मौठ को भूनकर दलिया बनाकर दूध के साथ सेवन करें । यह एक राम बाण की तरह टाइफाइड से जल्द छुटकारा दिलाता हैं
OK sir typhoid me kaun se janch jyada best rahti hai kyonki typhoid k
Muchhe 3month se hai fiver
हिन्दीमे जानकारी बहुत अच्छा लगा आयुबेद सेलाभ लेना चाहिए
नजदीकी डॉक्टर को दिखाए
Meri mummy Ke head Mein Har Samay chiti si Chalti rehti hai aur brain MRI me bhi kuch nahi aaya Ab Main Kya Karoon
Meri mummy Ke Shir Mein Har Samay cheti Chalti rehti hai aur brain MRI maybe kuch nahi aaya Ab Main Kya Karoon
bahut achhi jankari mili hai
मेरी पत्नी को टाइफाइड हुआ है उसके पेट में गैस और दर्द हो रहा है क्या करें
Mera hamesha ser derd rhta h kya upay kre mujhe typhoid h
कमजोरी 10 से 15 दिनों तक रह सकती हैं, बाकी आप कैसा आहार ले रहे हैं उसपर निर्भर करता हैं. जितना अच्छा पोषक आहार लोगे उतने जल्दी कमजोरी दूर हो जाएगी.
mujhe typhoid huwa tha abhi thik hun kaafi kamjori mahsus hoti hai ur mai presan rahta hun kitna din tak kamjori rahega
Muje typhoid hai but pahali bar huwa hai tho ye baad me b ho sakth hai…
टाइफाइड में बाल झड़ना आम बात हैं, कई मरीजों को विटामिन्स के कमी के वजह से बाल झड़ने लगते हैं. हरी सब्जियां खाये, फलों का रस पिए, दूध खेला खाये आदि सभी तरह के पौष्टिक आहार लें.
Sir typhoid k karan mare bal jad rahe have kya kru
बहुत सही जानकारी
हमने जो मोतीझरा के मंदिर के बारे में बताया हैं, आप वैसा ही करे. ऊपर किसी मित्र को हमने इस बारे में बताया हैं सारे Comments पढ़िए आपको हमारे द्वारा लिखा गया मिल जाएगा.
Sir mujhe 4 saal se har saal ptyphoid ho rha hai aur is saal 2 maheene me fir se ho gaya jabki maine davai ka course pura kiya h. Aisa kyo ho rha hai . Ab ayurvedic treatment le rha hu 1 week ho gaya h but jyada aram samajh me nhi aa rha h Pls bataye
शारीरिक कमजोरी के वजह से
Tphoid fever bar bar kyu aata hai
बेहतर होगा अगर आप नजदीकी डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करे. टाइफाइड और पीलिया दोनों असामान्य रोग हैं इनका सही उपचार करना जरुरी हैं.
आप अपने माता पिता या परिवार, पड़ोस में रह रहे किसी वृद्ध व्यक्ति से पूछिए की क्या हमारे क्षेत्र में कही “मोतीझरा महाराज” का मंदिर हैं, इसके बाद आप इस मंदिर में जाए और पुजारी को अपने टाइफाइड जिसे हिंदी भाषा में मोतीझरा भी कहा जाता हैं, इसके बारे में बताये. मोतीझरा महाराज एक पूज्य देव हैं, इनको कई जगह पूजा जाता हैं. ऐसा माना जाता हैं की जिस व्यक्ति को टाइफाइड बुखार आजाये तो उसे इनके नाम की दो अगरबत्ती लगाकर काले रंग की गोप (गले में पहने जाने वाली गोप) को उस अगरबत्ती के धुए में 21 बार घुमाकर रोगी के गले में पहना देने से तुरंत कुछ ही घंटों में आराम होने लगता हैं. बुखार ख़त्म हो जाने पर इसके मंदिर भी जाना जरुरी होता हैं.आप यह उपाय जरूर कीजिये.
Sir doctor ko dikha chuka hu normal report a gyi h ab mjhe or kb tak khane se parhej krna hoga or m upar diye gye upaye kru ya ni
Doctor se dikha chuka hu
Mujhe taifide or piliya dono h to m kya y sabhi upay kr sakta hu
पहले अपने नजदीकी डॉक्टर को दिखाए.
Mjhe taifide or pilia bhi h sath m to kya m y upay kr sakta hu plz help me
टाइफाइड बुखार होता ही ऐसा है, यह बुखार शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाता हैं. तो टाइफाइड से रिकवर होने के लिए आप रोजाना सुबह उठने के तुरंत बाद पेट भर पानी पिए, ढेर सारा प्रोटीन और कैलोरी लें, भरपेट भोजन करे, ज्यादा कमजोरी होने पर ग्लूकोस पिए आदि. हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन भी करे. इस तरह-धीरे-धीरे आप वापस अच्छी सेहत पा लेंगे.
Mujhe typhoid k baad bukhaar to nhi lakin kamjori ki wajah se body pain bohot jada hai jiske wajh se main kisi v kaam ko nhi kr paa rhi hu
Bht bht a6i information typhoid ke liye..
बहुत उम्दा जानकारी
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Thanks gooru…
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