पायरिया का इलाज की दवा मसूड़ों में सूजन व मसूड़ों के दर्द का इलाज – पढ़िए दांतो के सभी रोगों से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए बाबा रामदेव के आयुर्वेदिक घरेलु नुस्खे उपाय व दन्त मंजन (दवा).
इनको पढ़े अच्छे से समझे और अपने जीवन में इन सबको लागू करे यह आयुर्वेदिक दवा (मंजन) 100 साल की उम्र तक आपके दांतो में रोग नही होने देंगे, पायरिया मसूड़ों की सूजन.
क्या आप जानते हैं पायरिया की Problem किनको होती हैं ? पायरिया की problem ज्यादातर उनको होती हैं जिनका पित्त खराब रहता है. यह आपको कोई Dentist नहीं बतायेगा. मैंने बहुत से डेंटिस्ट से इस विषय में बात की है. मैंने पूछा – तुम्हारे पास में payria का कोई इलाज है ? तो सब बोलते हैं – हमारे पास pyria का कोई इलाज नहीं है.
मैंने कहा – फिर आप डाॅक्टर किस बात के हो ? बोले – हम तो इस बात के डाॅक्टर है किसी का दांत यदि उखाडना हैं तो उखाड सकते हैं, उसमें अगर किसी को दांत नया लगाना हो तो लगा सकते हैं, किस में कौन सा केमिकल भरना हैं, Root canal करना हैं, दांतों की सफाई करना है यह इस तरह के काम कर सकते हैं.
आगे-पीछे दो-दो दातं उग आये हैं बाहर निकल आये हैं, उनकोखिच कर के ठीक करना है आदिं. हम पायरिया का ट्रीटमेंट नही कर सकते है. तो आपको Dentist के पास Pyria का permanent treatment solution नहीं मिलेगा. में आपको पयरिया के घरेलु नुस्खे बताता हूं (बाबा रामदेव)
- यह भी पड़ें :
- कब्ज का इलाज
- Brush मत करो – Rajiv Dixit Side Effects
- सुबह गरम पानी पिने के फायदे : 100 रोगों का इलाज, कब और कितना पिए
- ये नहीं बताएगा कोई : बुद्धिमान, गोरा बच्चा पैदा करने के 10 उपाय
- जल्दी से गुटखा तम्बाकू खाने की आदत छुड़ाने के 9 उपाय और तरीके
- पिले दांत सफ़ेद करने की दवा : दांतों की सफाई के 3 उपाय
पायरिया का इलाज की दवा
Payria ka ilaj in Hindi
- Baba ramdev yoga for pyria and teeth problems – सबसे पहले कपालभाति करे, Genetically मुझे भी यह problem थी क्योंकि मेरी मां की मसुढे कमजोर थी. उनको सूजन आता था मुसढों पर, उनको खून आता था. लेकिन प्राणायाम की शरण में आ कर के मेरी pyria problem दूर हो गई.
- मैं आपको इसलिए इस बात को कह रहा हूं यह कई चीजें Genetically चलती है. जैसे कि आज भी मैं खटटी चीजें ज्यादा नही खा सकता. पहले तो बिलकुल भी नहीं खा सकता था, क्योंकि वो भी मुझे मां से ही problem थी क्योंकि मां खटटा खाती थी उनके दांत खटे हो जाते थे. तो मैं कुछ भी एक कली भी अन्नास या संतरा की खा लूं और अनार भी खाउं तो भी मेरे दांत खटे हो जाते हैं लेकिन अब अनार में एक कटोरी भर खा सकता हूं. अब मैं दो-तीन संतरा खा सकता हूं. अब इससे मेरे दांत खट्टे नहीं होते.
- अनानास बहुत ज्यादा खट्टा हो तो नहीं खाया जाता है. उससे दांत खट्टे हो जाते हैं लेकिन मैंने उसको Minimize कर दिया. 90 Percent वह ठीक हो गया. कपालभांति का इतना बडा रोल है. दांत के अंदर जो Cavity आ जाती हैं न, खोखला हो जाता हैं दांत और वक्त के साथ आपकी हडिडयों में और दांतों में degeneration होता है. आपके गेप बढते जाते हैं. और उनके भीतर कचरा जमा होता जाता हैं उससे और दांत खराब होते हैं.
- कपालभांति करने से आपका Digestion अच्छा होगा, कपालभांति करने से जितना जरूरत हैं आपकी हडिडयों और दांतों को दांत भी हडडी ही तो हैं, जितनी Calcium की जरूरत हैं और दूसरी जरूरत हैं उसके सहयोगी पोषक तत्व वह सभी कपालभांति से पूरे मिल जाते हैं. (पायरिया मसूड़ों की सूजन ).
- और यह अब जैसे कनाडा के हमारे डाॅक्टर गगन उनकी धर्मपत्नी को दांत में Cavity हो गई थी, वो वहां के senior dentist हैं. तो उन्होंने सोचा क्यों न पयरिया के इलाज के लिए स्वामी बाबा रामदेव से पूछा जाए, तो मैंने उन्हें कपालभाति करने को कहा. उसने जारी रखा उसको 6 महीने या कितना समय लगा वो जो दांत में खोखलापन था भर गया. उनकी पत्नी के दांतो का रोग बिलकुल ख़त्म हो गया.

कपालभाति से पायरिया का उपचार हो जाना हमारे लिए तो बहुत छोटी सी बात हैं, लेकिन Medical Science के लिए यह एक Challenge हैं. और मसुढों की तो कोई problem रह नहीं सकती आपको दांतो की काई problem नहीं रहेगी. कपालभांति करो यही पयरिया के लिए रामबाण उपाय हैं.
दूसरी बात
- फिर कब्ज नही रहना चाहिए आपको. अब देखना जिनको भी यह पायरिया की problem है मसुढे फूलते हैं जिस दिन आपको कब्ज होगा या जिस दिन आपको एसीडिटी होगी उस दिन आपकी bleeding ज्यादा होगी, उस दिन आपके मसूढे ज्यादा सूजे हुए होंगे. आपको ज्याद problem होती है. पेट ठीक होगा तो दांत ठीक हो जायेंगे. और दांतो से फिर पेट खराब होता है. जिनको पायरिया होता हैं तो फिर जो गंदा पानी हैं वह पेट में जाता हैं तो बदबू आती है.
- सांस से बदबू आनी शुरू हो जाती है. तो आप कपाभांति कीजिए. आपका पायरिया 100 percent अच्छा हो जायेगा. जो बदबू आ रहीं हैं मूंह से कम आती है, बैक्टेरिया होते ही हैं उसके जो हैं कीटाणू होते हैं वह पेट में जाते हैं. फिर वह पेट को पूरा ही खराब कर देते हैं इसलिए पेट भी ठीक हो जायेगा दांत और मसुढे भी ठीक हो जायेंगे. नमी और बबूल की दांतुन सबसे अच्छी होती है.
- और दांतो का आयुर्वेदिक घरेलु उपाय व उपचार के तौर पर देखा जाये तो चिरचिटा, अपाम मार्ग (Achyranthes aspera), उल्टा काटा होता है उसमें आपने सुना होगा.
- Normal delivery के लिए भी हम उसकों कहीं बार बताते हैं कि इसे आयुर्वेद में तो उसके बहुत से प्रयोग हैं अपाम मार्ग चिरचिटा उलटा कांटा होता है उसमें एक लंबी सी एक छडी सी होती है. उसमें छोटे-छोटे से दाने होते है. भस्म रोग में हम उसको हम बताते हैं कि उसके छोटे-छोटे दांनों की खीर बनाकर खाओ. कुछ जानकारी हैं आप लोगों को ? पूर हिन्दूस्तान भर में होता है यह अपाम मार्ग. तो यह इसकी जड उसकी दांतुन करने से कितना ही भंयकर दांतो का रोग हो खत्म होता है. अपाम मार्ग.
अपाम मार्ग
- बाकि यह जो पतंजलि बाबा रामदेव का दिव्या दन्त मंजन है इसमें यह सारी जडी बुटियां है आपको पता हैं बबूल है, नीम है, पूदीना सेंधा नमक पीपल, छोटी काला नमक, लोंग काली मिर्च आदि. pyria ka ilaj के लिए सभी तरह की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हैं.
- और घर पर बनाने के लिए हम मंजन बताते हैं वह तो आप बना ही सकते है. 100 ग्राम हलदी, 100 ग्राम सेधा नमक, 100 ग्राम फिटकरी का फूला, 100 ग्राम त्रिफला, 100 ग्राम नीम की छाल या पत्ते, 100 ग्राम बबूल की छाल और 20 ग्राम लौंग.
- यह सारी चीजें मिलाकर के दांतो के लिए मंजन बनाने के लिए बहुत असरकारी होती हैं, दांतो का पीलापन, दांतो का कालापन, और पायरिया के आयुर्वेदिक उपचार के लिए यह सभी जड़ी बूटियां Permanent solution हैं.
- इसको दांतो के इस घरेलु उपाय (मंजन) का लाखों लोगों ने मैं तो कहता हूं करोडों लोगों ने अपने घरों में बनाया है, और इसका अच्छा Result आता हैं कि घर में बनाकर के रख लीजिए पूरे परिवार का सालभर चलता है. और इससे दांत एक दम ठीक हो जाते हैं. और कुछ नही तो पहले हमारे यहां पर बस सेंधा नमक और हल्दी और थोडा सरसों का तेल लेकर मंजन किया करते थे. इससे दांत बहुत अच्छा रहा करते थे. बस दांतून एक ही चीज है.

कुछ भी खाने के बाद कुल्ला जरूर करे
तीसरा उपचार
- पायरिया के घरेलु उपाय में आप जब भी आप कुछ खाये तो दांतों में कचरा नहीं रहना चाहिए. नाश्ता करते हैं सुबह, दोपहर, शाम का खाना खाते हैं तो इन सबको खाने के बाद कुल्ला करना चाहिए. 99 percent लोगों को कुल्ला करना नहीं आता. अब तो पढे-लिखे लोगों ने कुल्ला करना ही बंद कर दिया है. मैं पहले सुना करता था, बचपन में इसको लेटरिंग के हाथ धोने नहीं आते मैंने देखा पढे लिखे लोग नीचे भी ठीक से नहीं धोते, उपर भी नहीं धोते.
- नीेचे से वो आजकल लेटरिंग में हो क्या वो पेपर सा रोल आता हैं उससे पूछकर के चल देते हैं. विदेशों में तो हमें बहुत बडी problem होती है हाथ धोने का system ही नहीं होता, सब पुछने का ही system है. फिर उसके बाद air freshener उसमें एक सेंत सी रखते हैं और शरीर पर मार लेते है बस. लेटरिंग जाने के बाद धोते ही नहीं पीछे से.
- पढे-लिखे लोगों की बात बता रहा हूं उनके वो जो सिस्टम होता है, हिन्दूस्तान में तो फिर पीछे से नली जुगाड कर लेते हैं. तो आप देखते हो न इंडियन लेटरिंग में वो जो नली आती हैं (सभी में नहीं आती है). कोई-कोई सी Toilet आती हैं उसमें पीछे से नली आती हैं उसमे थोडा बहुत गुजारा हो जाता है. लेकिन विदेशों में तो यह नली वाला सिस्टम होता ही नहीं. और अभी हिन्दूस्तान में भी करीब-करीब यह होने लगा हैं लोग बस पूछकर के भाग लेते है.
खैर मैं मसूढों की बात कर रहा था
- इसमें बताया गया मंजन बहुत उपयोगी है. इस मंजन का आप उपयोग कीजिए. सप्ताह में सिर्फ एक बार दांतो के सभी रोगों के लिए यह मंजन बहुत अच्छा है. इसको करने से 100 साल तक आपके दांत ठीक रहेंगे. नही तो आपसे जानकारी के लिए कितने भाई बहनें हैं जिनको कोई न कोई जैसे दांतो की मसूढों की क्या क्या समस्याएं है सबको बतायें ठंडा पानी लगना, मसुढों का फूलना, कभी-कभी बिलीडींग होना, दांतो की काई भी प्राब्लम कितने भाई-बहनों को है?
- करीबन 60 Percent से ज्यादा लोगों को यह समस्याएं होती है. और समाधान क्या है कपालभांति प्राणायाम और यह मंजन और कुल्ला. सुबह उठकर के ही कुल्ला किया करो, और पानी पिया करो ठीक से. उससे एक दम ठीक रहेगा. यह दांतो के लिए मैंने बताया आपको.
- और दांतो के लिए दूध पीना बहुत जरूरी होता है. दूध जो हैं हमें दूध हैं छाछ हैं, यह जो चीजें हैं हमारे लिए बहुत पैाषक का काम करती है. ऐसा अनाज भी होता हैं जिसमे Calcium पूरी मात्रा में होता है. प्राकृतिक चिकित्सा से हमें दांतों के लिए उपाय क्या करवाते हैं. दांतो के लिए खासकर के दांत से ज्यादा महत्वपूर्ण मसूढे होते हैं.
- क्योंकि मसूढे में ही दांत है. मसूढे जिसके जितने मजबूत होेंगे उतने ही दांत जो हैं ज्यादा स्वस्थ रहेंगे इसलिए मसूढों के लिए अभी मंजन करते हैं आप या Toothpaste भी करते हैं तो जो झाग बच जाता है, उस झाग से मालिश कर लीजिए और फिर उसको कूल्ला करिए मसूढों का स्वास्थ्य बहुत जरूरी है.
Patanjali Baba Ramdev Toothpaste Manjan
- Patanjali Kanti herbal toothpaste
पायरिया से बचे
- और मैं आपसे एक निवेदन करता हूं दांत की बीमारी में जो Toxins होते हैं वो खून में मिलकर Heart Attack ला सकता है. इसलिए दांतो का स्वास्थ्य बहुत-बहुत जरूरी होता है. और कूल्ला करने का अभी अमेरिका की एक University में बडी ही अदभूत खोज की कि खाने के बाद ध्यान रखिए आप लोग खाना खाने के तुरन्त बाद कभी भी Brush मत करिए. कम से कम 20 मिनट से लेकर एक घंटे के बाद Brush करिए.
- उसके पहले उन वैज्ञानिको ने सुझाव दिया है कि कुल्ला करिए. कुल्ला करने से जो ऐसिड बनता है, वो कुल्ला नहीं करते Brush करते हैं तो वो जो Acid हें वह अंदर तक चला जाता हैं तो Enamel खराब होता ही हैं और अन्दर से दांतो का स्वास्थ्य जिन पर निर्भर होता है वह खराब होता है. कम से कम 20 मिनट से लेकर एक घंट के बाद ही Brush करना चाहिए. यह अच्छी तरीके से आप समझ लें.
- तो दोस्तों उम्मीद हैं स्वामी बाबा रामदेव के दांतो के रोग के इलाज लिए बताये गए आयुर्वेदिक घरेलु नुस्खे व घरेलु उपाय से उपचार करे. यह दांतो के सभी तरह के इलाज के लिए बहुत असरकारी व रामबाण हैं.
तो अब आपने रामबाण से प्रकृति तरीके से पायरिया का इलाज क्या है, baba ramdev pyria treatment in Hindi के बारे में जान लिया.यह सभी उपाय आपको बिलकुल ही लाभ करेंगे, खुद बाबा रामदेव ने इन उपायों से कई हजारो लोगों की पायरिया की समस्या का समाधान किया है. यह पुरे तरह से लाभ करती है, इसके अलावा आप खाने पिने पर भी खास ध्यान दें, बताई गई बातों पर पूरा ध्यान दें. अब आप बिना किसी पायरिया की दवा यानि अंग्रेजी दवाओं का सेवन किया बगैर ही इससे छुटकारा पा सकते है.
very good article . thanks for writing such articles
यह जानकर हमे बहुत ख़ुशी हुई – धन्यवाद
Mahoday,
Mujhe 9 varshon se diabetes thyroid hai,pichle 2 varshon se mere tute pair ka illaj chal raha hai,aur aaj mai Dant me gadhha aur cavity ka dard se bahut pareshan thi liking aap ka article padhdne ke baad mujhe ek asha ki Kiran mili,,articles share karne ke liye ,mujhe aur bhi asahniya dard se bachane ke liye ,,aapka aur baba Raamdev Ji ka koti koti dhanyavaad.