मोच चोट व ज़ख्म घाव का इलाज के लिए घरेलु उपाय बच्चों व वयस्क व्यत्कि किसी को भी किसी दुर्घटना या गिर जाने आदि से चोंट लग जाती है, यह चोंट घाव बन जाती हैं और फिर तकलीफ देना शुरू कर देती हैं.
अक्सर चोंट लगने पर शुरुआत में घाव होने पर व्यक्ति उस पर ध्यान नहीं देते लेकिन इसको नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. ऐसे में कई लोग घाव भरने की दवा का इस्तेमाल भी करते है लेकिन यह घाव सुखाने में ज्यादा समय ले लेती है.
ऐसे में आप आयुर्वेदिक नुस्खे व घरेलु उपाय घाव भरने में प्रयोग कर सकते है यह बिना किसी नुकसान के जल्दी घाव भर देंगे पढ़िए ghav wound treatment remedies in Hindi.
चाकू व ब्लेड के कट जाने पर ज़खम बन सकता है. घर में कोई काम करते या कील थोकदे हुए थोड़ी सी लापरवाही से ज़ख्म बनते देर नहीं लगती. लापरवाही सेजख्म को खुला छोड़ देने पर धूल मिटटी व गंदे जल के संपर्क से ज़ख्म अधिक गहरा हो जाता है. ज़ख्म की पीड़ा रोगी की नींद उड़ा देती हैं.
लक्षण
ज़ख्म शुरुआत में छोटा सा सिखाई देता है. ज़ख्म के पकने पर उसमे से पुर मवाद की उत्पत्ति होती है. ज़ख्म के पकने पर पूय के साथ खून बहाना भी शुरू हो जाता है. ज़ख्म की पीड़ा रोगी को बेचें करके उसकी रातों की नींद उदा देती है. ज़ख्म अधिक गहरा होने पर जीवाणुओं के संक्रमण से रोगी को बहुत नुकसान पहुंच सकता हैं.
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नये पुराने घाव का इलाज आयुर्वेदिक नुस्खे
स्वमूत्र First AID –
जैसे ही आपको चोंट लगे तो आप सबसे पहले चोंट लगने के स्थान पर अपना स्वयं का मूत्र लगाए, इससे आपका घाव ज्यादा फैलेगा नहीं और उसमे कीटाणु भी नहीं लगेंगे. आप इस उपाय को पुराने घाव भरने के लिए भी आजमा सकते हैं. रोजाना खुद की पेशाब से घाव पर मालिश करे व फिर उसे हाइड्रोजन पेरोक्साइड से धो लें.
गले सड़े और पुराने से पुराने घावों के लिए इलाज – नीम के पत्ते 50 ग्राम को गाय के घी 500 ग्राम में डालकर आग पर चढ़ा दें और इतना पकाये की पत्ते बिलकुल काले हो जाए. फिर आग से उतार कर दोनों को घोट-पीसकर मरहम-सा बना लें.
पुराने से पुराने और किसी औषधि से ठीक न होने वाले घावों पर इसे रोजाना दो बार लगाने से शीघ्र ही ठीक हो जाते है. आसाध्य दुम्ब्ल भी इससे ठीक हो जाता हैं.
हजारों पर आजमाया गया घाव भरने का उपाय है यह किसी भी घाव सुखाने की टेबलेट दवा से ज्यादा असरदार हैं. यह उपाय करने से पहले निचे दिए जा रहे इस उपाय से घाव को धोले.
घाव धोने के लिए उत्तम नीम का पानी – नीम के पत्ते 100 ग्राम को 600 ग्राम पानी में पांच से पंद्रह मिनट तक उबाले. गुनगुना रहने पर कड़पे से छान लें. रुई को इस पानी में भिगोकर घाव धोये, घाव भर जायेगा. इसी नीम के पानी से सर को धोने से गंजापन भी ख़त्म होता हैं.
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यह भी देखें – फोड़े फुंसी का इलाज उपचार
घाव भरने की दवा
- ज़ख्म के शुरुआत में ही पानी में हल्दी का चूर्ण मिलाकर लगाने से बहुत लाभ होता है. हल्दी एंटीसेप्टिक होती है और ज़ख्म के पकने से सुरक्षा होती है.
- हल्दी की गांठ को सील पर पीसकर ज़ख्म पर गाढ़ा-गाढ़ा लेप करने से बहुत लाभ होता है.
- ज़ख्म का इलाज के लिए ज़ख्म पर हल्दी से बनाया तेल लगाने से ज़ख्म जल्दी ही नष्ट हो जाता है. हल्दी का तेल बनाने के लिए हल्दी को कूटकर तिल या सरसों के तेल में पकाये. जब हल्दी के टुकड़े जल जाए तो उस तेल को छानकर इस्तेमाल करे. हल्दी के तेल से ज़ख्म जल्दी भर जाते हैं.
- लहसुन को बारीक़ पीसकर घाव ज़ख्म पर लगाने से घाव शीघ्र ही भर जाता है तथा पका हुआ घाव चाहे वह क्रमीयुक्त ही क्यों न हो, इस लेप को लगाते रहने से अवश्य ठीक हो जाता है.
- घाव में कीड़े पड़ जाने पर 10 कलियां लहसुन की तथा चौथाई चम्मच नमक दोनों को पीसकर गाय के घी में सेंककर रुई के फोड़े पर रखकर घाव पर बांधते ही कीड़े मर जाते है और घाव भी शीघ्र भर जाते है. यह बेहतरीन ज़ख्म घाव के कीड़े का इलाज करता है.
- घाव का इलाज – घाव में खून बहता हो तो घाव को लहसुन के रस से साफ़ करे, लहसुन पीसकर घाव पर लगा दें. सेप्टिक होने का भी नहीं होगा. भाग भी शीघ्र भर जायेगा.
- अगर घाव में जलन अधिक हो तो लहसुन को कूटकर राइ के तेल में जल जाने तक भुने. फिर इस तेल को घाव पर लगाने से जलन में आराम होता है. अगर घाव में कीड़े होतो वह भी मर जाते हैं.
- मोच का इलाज – धनिया पिसा हुआ 10 ग्राम, हल्दी 5 ग्राम और जीरा 5 ग्राम इन तीनो चीजों को तिल्ली के तेल में अच्छी तरह पका लेना चाहिए. कुछ देर तक धीरे-धीरे मालिश करते रहने से काफी लाभ होता है. यह मोच का घरेलु उपाय बहुत असरदार है.
- पुराने ज़ख्म व घाव के इलाज में नीम से उपचार करना चाहिए. सबसे पहले नीम की छाल या पत्तों को पानी में औटाये. फिर इस पानी से घास को धोये, इसके बाद नीम की छाल को घिसकर घाव पर लगाए. कितना ही पुराना घाव हो लगभग एक सप्ताह में घाव भरना शुरू हो जायेगा.
- नारंगी खाने से घाव जल्दी भरते है
- नियमित अंगूर खाने से घाव ज़ख्म जल्दी भरते है
- गाजर को उबालकर उसकी लुगदी पल्प बना लें. इस सड़े घावों पर लगाने से घाव जल्दी ही ठीक हो जाते है. यह प्रयोग कैंसर के घावों में भी उपयोगी है, इसके साथ गाजर का रस भी पिलाना चाहिए.
- शरीर में कहीं भी कटकर घाव हो जाये, तो लहसुन को दबाकर रस निकालक लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है.
- कहीं चोट लगकर खून आने लगे, तो एरंड का तेल कास्टर आयल लगाकर पट्टी बांधने से लाभ होता है.
- ताज़ा घाव हो, चोट खरोंच लगकर घाव हो गया हो, उससे खून हो रहा हो तो फिटकरी के पानी से को धोये व घाव पर फिटकरी को पीसकर इसका पाउडर छिड़कने-लगाने, बुरकने से घाव बहना बंद हो जाता है. यह बेहतरीन घाव में खून रोकने का उपाय है.
- घावों के इलाज में शहद की पट्टी बांधने से भी लाभ होता है.
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NOTE :अगर किसी भी व्यक्ति का घाव अत्यधिक बढ़ गया हो तो उसे इन सब उपाय को करने से पहले तुरंत ही डॉक्टर से मिलना चाहिए.
घाव जल्दी भरने के उपाय व इलाज
- तुलसी की पत्तियों को छाया में सुखाकर बारीक़ पीसकर कपडे से छानकर घाव पर छिड़कने से घाव भर जाता है. तुलसी के पत्तों को पीसकर भी घावों पर लगाया जाता सकता है, यह ज़ख्म भरने की मेडिसिन की तरह असर करता है..
- सहजन की पत्तियों को पीसकर लगाने से घाव ज़ख्म ठीक हो जाते है.
- चोट से घाव होने पर ठन्डे पानी में भीगा हुआ कपड़ा बाँध दें तथा कपडे को हमेशा गिला रखे. इस प्राकृतिक उपचार से घाव जल्दी भर जाता है.
- अरहर के कोमल पत्ते पीसकर लगाने से भी घाव जल्दी भर जाता है.
- 50 ग्राम सरसों के तेल को गर्म करके उसमें 5 ग्राम सिंदूर और 15 ग्राम अफीम डाले. जब तेल उबल जाए, तब उतारकर छान लें तथा डिब्बे में भरकर 12 घंटे तक पानी में रखे इस लगाने से बड़े-बड़े घाव भी भर जाते है, यह घाव भरने का आयुर्वेदिक उपाय है किसी भी दवाई से ज्यादा प्रभावकारी है.
- लोकि के पत्ते पीसकर लगाने से कटा हुआ स्थान और घाव भर जाते है.
- लकड़ी के कोयले की महीन पीसकर कपड़छान करके घाव पर बुरकने से खून बहना बंद हो जाता है.
- सुहागे को पानी में घोलकर कपडा भिगोकर घाव पर बांधने से खून बहना बंद हो जाता है.
- कत्था पीसकर बुरकने से खून बंद हो जाता है.
- बिगड़े हुए घावों पर नीम का तेल लगाने से तुरंत ही ज़ख्म भर जाते है.
- हड्डी के घाव और पुराने घाव पर ग्वारपाठे की जड़ घिसकर लगाने से घाव ठीक हो जाते है.
- बेर की छाल का चूर्ण घाव पर बुरकने से पुराना घाव सुख जाता है.
- चुने के पानी में साबुन घिसकर लगाने से घाव की गंदगी साफ़ हो जाती है.
- चोट मोंच का इलाज में बर्फ के टुकड़े का प्रयोग करे. जैसे ही चोंट मोंच आये तो बर्फ के टुकड़ों से सिंकाई करे, इससे मोंच में सूजन नहीं आएगी व सूजन भी कम हो जाएगी दर्द में भी आराम मिलेगा.
- घाव भरने में सहायक विटामिन A और C से भरपूर आहार ज्यादा से ज्याद ले यह घाव भरते है.
संतरे, अंगूर, नीबू, अनार आदि फलों का रस पिए.
Wound in Sugar Patient in Hindi
- शुगर के रोगी को अगर चोट लग जाए तो वह जल्दी घाव बन जाता है व शुगर के रोग का घाव आसानी से नहीं भरता वह और बढ़ता जाता हैं. एक अवस्था ऐसी आती है की घाव में सड़न लग जाती है फिर उसे काटकर फेंकना पड़ता हैं. इसे गेंगरीन की बीमारी कहते हैं.
- तो अगर आप शुगर के रोगी है तो गेंगरीन होने से पहले ही आप इस तरह प्रयोग करे. गौ मूत्र और हल्दी लें इन दोनों को आपस में मिला ले अब जितना बड़ा आपका घाव है उस हिसाब से गेंदे के फूल लें और गेंदे के फूल की पखुड़ियों को निकालकर गौ मूत्र और हल्दी के मिश्रण में मिला दें अच्छे से पीसकर पेस्ट बना लें. फिर जहां भी ज़ख्म हो वहां पर इसे लगाए, हर बार ताज़ा पेस्ट बनाकर लगाए, ghav wound treatment in Hindi best remedies.
- यह भी देखें – 100% शुगर का इलाज बाबा रामदेव
इस तरह आप घर पर ही मोच ज़ख्म घाव भरने की दवा इलाज के जरिये कर सकते है. यह सभी देसी घरेलु उपाय बहुत ही प्रभवशाली है. ज़ख्म चोट घाव होने पर सबसे पहले आप हाइड्रोजन से धोये व फिर यह उपाय करे.
फर्स्ट ऐड के तौर पर घाव भरने के उपाय में आप खुद का पेशाब घाव पर लगा सकते हैं. किसी भी दवाई से ज्यादा लाभ देगा यह आपको.
Mujhe bawasir hua tha aur vah bawasir fut gaya hai jisse karan ghav ho gaya hai. Aur vah ghav toilet ke sthan par hua hai.Aur toilet jane me bahut dikkat hota hai.Yeh ghav kaise thik ho.jald bataiye jisse karan mai bahut hi jada paresan hu.Please hadji batiste.ok bye sir.thanku
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Apne face ka bada ghav kaise thik kare
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Bataye gaye zakhm bharne ke upay karo
Mera train accident ho gya tha par surgery hui thi par jakham ho gya hai bhar nhi raha hai pls aap kuch batao