कैसे जाने काला व अन्य पीलिया के लक्षण और कारण कैसे पता करे की आपको पीलिया हुआ हैं, इसके होने की पहचान करने के लिए पढ़िए यह पूरी जानकारी.
भारत में कई लोग इस रोग से हर साल मर रहे हैं, इसकी एक ही वजह हैं और वह हैं इसके लक्सण को समय पर नहीं पहचान पाना और समय पर इसका उपचार नहीं करवाना. इस रोग को हलके में लेने से कई लोगों न जाना गवाई हैं और गवाते आ रहे हैं.
क्यों होता हैं पीलिया
- क्या आपने कभी सोचा हैं की पीलिया रोग में शरीर पर पीलापन कहां से और किस वजह से आता हैं ?? यह पीलापन बिलीरुबिन नामक एक पदार्थ से आता हैं, यह पदार्थ रेड ब्लड सेल्स से बनता हैं. हमारे शरीर में रोजाना कई सेल्स मरते व जन्म लेते हैं. मरे हुए रेड ब्लड सेल्स को हटाने का काम लिवर करता हैं, और इसी प्रक्रिया के दौरान बिलीरुबिन पदार्थ का जन्म होता हैं.
- यानी जब रेड ब्लड सेल्स किसी वजह से ज्यादा मात्रा में मरने लगते हैं और ऐसे में अगर आपका लिवर कमजोर हैं तो वह इन सब को ठीक तरह से फ़िल्टर नहीं कर पाता, इस वजह से रेड ब्लड सेल्स के अवशेष लिवर में ही अटके रह जाते हैं. यह पर ज्यादा समय तक अटके रहने पर यह बिलीरुबिन का रूप धारण कर लेते हैं और शरीर के सारे खून में मिल जाते हैं.
- इस जानकारी को ध्यान से निचे तक पूरा पड़ें.
अन्य वजह
- सामान्य से ज्यादा मात्रा में रेड ब्लड सेल्स के मरने की वजह से
- लिवर की कमजोरी से, लिवर का ठीक तरह से काम नहीं करना
- लिवर में ज्यादा दिनों तक बिलीरुबिन जैसे पदार्थ के शरीर से बाहर न निकलने की वजह से
- साफ़ सफाई का ध्यान न रखने से
- वायरस और बैक्टीरिया का शरीर में प्रवेश करने से
- बाजार की चीजों के ज्यादा सेवन से
- ज्यादा शराब, चाय पिने से
- शरीर में खून की कमी होने से
यह रही पीलिया की वजह, इन वजहों से पीलिया रोग होता हैं. पीलिया रोग ज्यादातर अगस्त के महीने में होता हैं, इसलिए खासकर इस महीने में व्यक्ति को विशेष बचाव से रहना चाहिए, ताकि वह बाहरी परजीवी व अन्य चीजों के संक्रमण में न फंस जाए.
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पीलिया के लक्षण बताइए
Piliya Ke Lakshan Kya Hai Btaye
शरीर में पीलापन
- पीलिया होने पर शरीर का पीला दिखाई देना. यह पीलिया रोग की शुरुआत में साफ़-साफ़ दिखाई नहीं देता लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ते जाते हैं शरीर पर पीलापन साफ़ नजर आने लगता हैं. यह पीलापन शरीर के कुछ अंगों पर मुख रूप से दिखाई देते हैं, हम उनके बारे में निचे बता रहे हैं.
आंखों का पीलापन –
- पीलिया में आंखों की सफेदी की जगह पर पीलापन छाने लगता हैं. शुरुआत में आंखें हलकी-हलकी पिली दिखने लगतीं हैं. यह पीलिया की पहचान करने का दूसरा तरीका है.
नाख़ून का पीलापन
- आज भी किसी को पीलिया हो जाये तो वह सबसे पहले रोगी के नाख़ून को देखते है. इसके पीछे वजह हैं, और वह यह हैं की जब हम नाख़ून को दबाते हैं तो उनमे खून साफ़-साफ़ दिखाई देता हैं. इसे वजह से नाख़ून देखना का इतना महत्व हैं.
- जब आप अपने नाख़ून को दबाएंगे तो इसमें साफ़-साफ़ दिखाई पड़ेगा की आपका खून किस रंग का हैं अगर लाल हुआ तो आप स्वस्थ हैं और अगर हल्का पीला दिखाई दें तो इससे साफ़ होता हैं की आपको पीलिया हो गया हैं.
हाथों की हथेलियां
- हमारे हाथों की हथेलियों को देख कर भी बड़ी आसानी से यह पता लगाया जा सकता हैं की पीलिया हुआ हैं या नहीं. नाखुनो की तरह हथेली भी मांसल होती हैं, इसकी मदद से हम खून को साफ़-साफ़ देखने में समर्थ रहते हैं.
- सबसे पहले अपने दोनों हाथों आंखों के सामने लेकर देखें की आपके हथेली में किस हिस्से पर ज्यादा खून जमा हुआ हैं. इसके बाद दोनों हथेलियों को आपस में मसलकर दुबारा देखे की आपके हथेली पर कोनसे रंग का खून दिखाई दे रहा हैं. अगर हथेली हलकी पिली दिखे तो समझे की यह पीलिया की और इशारा कर रहा है, इसके अलावा पीलिया में शरीर पर पीलापन आ जाता है उसे भी आप देखें.
- इस तरह अन्य लक्षणों के साथ हथेली की मदद से भी पीलिया होने की पहचान की जा सकती हैं.
- पीलिया में मुंह का पीला होना, जब किसी व्यक्ति को पीलिया होता हैं तो उसके बाहरी चहरे व मुंह के अंदर भी पीलापन नजर आने लगता हैं. इस तरह आप दूसरे व्यक्ति की मदद से अपने चहरे व मुंह के अंदर हिस्सा देखने को कहे, और पता लगाए की आपके चहरे व मुंह के अंदर का रंग कैसे दिखाई दे रहा हैं.
मल का पीला आना
- पीलिया होने पर व्यक्ति जब मलत्याग (पखाना) करने जाता हैं तो उसका मल हल्का पीला रंग का आने लगता हैं. यह बच्चों में पीलिया का लक्षण भी हैं. इस रोग के दौरान रोगी को दस्त की शिकायत भी हो जाती हैं, हलके पतले दस्त होने लगते हैं.
पीला मूत्र आना
- पीलिया में पिले रंग का पेशाब आना भी एक सामान्य लक्षण हैं (yellow coloured urine) शुरुआत में पेशाब भी हलके गहरे रंग का आने लगता हैं, जरुरी नहीं की सभी को पिले रंग की ही पेशाब आये कई लोगों को हलके गहरे रंग की पेशाब भी आती हैं.
शरीर में खुजली होना (पीलिया)
- पीलिया के दौरान शरीर में खुजली भी होती हैं. शुरुआत में खुजली हाथों में होती हैं, यह तब होती हैं जब शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती हैं. ऐसे में कई बार रोगी के हाथों में खून के चकत्ते (धब्बे) भी दिखाई देने लगते हैं.
ब्रह्म की स्थिति (Confusion)
- पीलिया की बीमारी में ब्रह्म की स्थिति भी देखने को मिलती है, दिमाग ठीक से काम नहीं करता हैं. रोग के समय व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य गड़बड़ा जाता हैं. यह सब लिवर के फ़ैल होने पर होता हैं.
खून की कमी आना (पीलिया)
- पीलिया होने पर शरीर में बहुत कमजोरी आ जाती हैं, इसके साथ ही शरीर में खून की कमी भी हो जाती हैं. शरीर में जो खून रहता हैं वह सभी बिलीरुबिन से संक्रमित हो जाता हैं, इसलिए रोगी का खून ख़राब हो जाता हैं. कई व्यक्तियों को खून की कमी के कारण भी पीलिया रोग हो जाता हैं.
Kernicterus
- अगर किसी रोगी का पीलिया ज्यादा दिनों तक बना रहता हैं तो उसे Kernicterus रोग होने की सम्भावना बढ़ जाती हैं. इस रोग में brain damage हो जाता हैं और permanent mental disability भी हो सकती हैं. यह Vitamin D की कमी के कारण होता हैं. ऐसा तब होता हैं जब व्यक्ति दिन भर घर में ही रहे, बहार धुप में जरा भी न जाए आदि.
पीलिया रोग में अन्य लक्षण
- पीलिया में दिन भर बुखार जैसी हालत बनी रहती हैं
- पेट में दर्द भी महसूस होने लगता हैं
- पीलिया होने पर शरीर की त्वचा में बदलाव आने लगता हैं
- इस रोग में कई बार व्यक्ति को उल्टियां भी आती हैं, जी घबराता हैं.
- पीलिया होने पर व्यक्ति गहरी नींद नहीं ले पाता हैं
- पीलिया होने पर आंखों में मकड़ी के जाले जैसे आने लगते है, यानी जब आप सामने की और देखते हैं तो आंखों में जाली से दिखाई देने लगती हैं.
अगर आपको किसी infection के वजह से पीलिया नहीं हुआ हैं तो आपको पीलिया में वजन कम होना और त्वचा में बदलाव के लक्सण दिखाई देंगे.
- बच्चों में पीलिया होने पर उनका शरीर भी पीला दिखाई देने लगता हैं
- बच्चे की आंखे भी पिली दिखाई देने लगती हैं आदि जो ऊपर जो बड़ों के लिए बताया हैं वही बच्चों में पीलिया होने पर भी दिखाई देता हैं.
क्या करे अगर आपको पीलिया हो गया हो तो
अगर आपमें बताये गए लक्सण दिखाई दे रहे हो तो तो समय पर अपने नजदीकी चिकित्सक को जरूर दिखाए, चिकित्सक आपको खून की जांच करवाने की बोलेगा इसमें बिलीरुबिन का टेस्ट होगा. पीलिया निकलने पर चिकित्सक इलाज के लिए औषधियां देगा आप उनका नियमित रूप से सेवन करे.
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इस रोग से जितने जल्दी हो जाये ट्रीटमेंट करे, जितने लम्बे समय तक यह रोग रहता है उतना ही शरीर को कमजोर कर देता है साथ ही कई दूसरी बिमारियों को भी जन्म देता है.
आप इन पीलिया के लक्षण क्या होते है, piliya ke lakshan btaye इनको अपने शरीर में खोजकर पता लगाए की क्या आपके साथ भी यह सब हो रहा हैं, अगर हाँ तो फिर इसके उपचार के लिए आगे कदम बढ़ाये. (yellow fever) हमने इस रोग का घर पर उपचार करने के लिए कई उपाय बताये हैं, आप उन्हें भी यहां पर Related Post में जाकर पढ़ सकते हैं.
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naitik Aneja
ganpat Lal Bairwa