मलेरिया के लक्षण बताएं क्या है मलेरिया बुखार जो की जानलेवा बिमारियों में गिनी जाती हैं. यहां हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे यह कैसे फैलता हैं, इस के लक्षण कारण क्या होते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता हैं आदि मलेरिया के बारे में total information & guide देंगे.
इसके साथ ही आप इस पोस्ट को पूरा पड़ने के बाद यहां पर “मलेरिया का जड़ से इलाज“ के बारे में भी जान सकते हैं. हमने यहां मलेरिया रोग से कैसे बचे इस संबंध में पूरी जानकारी दी हैं how to treat malaria patients.
- आप यह पोस्ट पूरा निचे तक पड़ें कुछ भी न छोड़े :
मलेरिया कैसे फैलता हैं
- (Anopheles mosquito) मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से हमें मलेरिया बुखार आता हैं.
- इस मच्छर के खून में परजीवी बैक्टीरिया होते हैं. जब यह हमे काटती है तो इसके मुंह के जरिये वह परजीवी हमारे शरीर में भी पहुंच जाते हैं.
- फिर धीरे-धीरे यह परजीवी बैक्टीरिया शरीर में पहुंचकर अपनी संख्या बढ़ाता हैं.
- शरीर में जब इस परजीवी की संख्या बढ़ जाती हैं तो मलेरिया बुखार हो जाता हैं.
- यह परजीवी लार के जरिये शरीर में पहुंचते ही अपना काम शुरू कर देते हैं, यह सबसे पहले लिवर पर हमला बोलते हैं.
- यह परजीवी अपना पूरा असर यानी lakshan को शरीर पर दिखाने में 8-12 दिन तक का समय लेते हैं.

मलेरिया परजीवी वायरस की प्रजातियां
- (V)Plasmodium Vivax
- (O)Plasmodium Ovale
- (F) Plasmodium Falciparum
- (K) Plasmodium Knowlesi
- (M) Plasmodium Malarie
India में ज्यादातर Plasmodium Vivax व Plasmodium Falciparum से फैलता हैं.
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मलेरिया के लक्षण बताएं
Malaria Ke Lakshan Batao Kya Hai
मलेरिया बीमारी की पहचान ऐसे करे
- यह बुखार ठण्ड लग कर आता हैं, पूरा शरीर कांपने लगता हैं.
- शरीर की त्वचा ठंडी पढ़ने लगती हैं.
- जी मचलना, उलटी होना आदि होने लगते है
- सर दर्द होने लगता हैं, जो धीरे-धीरे तेज हो जाता हैं
- शरीर थकान से भर जाता हैं. पूरा शरीर कमजोर होने लगता हैं
- बहुत बार मलेरिया के शुरूआती लक्षण में आंखे लाल भी होने लगती हैं
- बुखार तेजी से चढ़कर 102 डिग्री से 106 डिग्री Ferenahit तक पहुंच जाता हैं. इस अवस्था में मरीज कोमा (बेहोशी) में भी जा सकता हैं.
मलेरिया बुखार का कारण : मलेरिया मच्छर का काटना ही इसका कारण होता है और दूसरा कारण है कमजोर रोगप्रतिरोधक क्षमता. जिस भी व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होगी उसको बार बार और जरा से मौसम के परिवर्तन से बुखार आजायेगा, सर्दी हो जाएगी.
मलेरिया बीमारी के बुरे असर (Negative Effects)
- खून की कमी (अनीमिया) हो जाती हैं और कमजोरी आ जाती हैं.
- जिगर और तिल्ली बढ़ जाती हैं
- समय से उपचार न लेने से मलेरिया जानलेवा भी हो सकता हैं
- मलेरियाजन्य अनीमिया से गर्भवती महिलाओ में गर्भपात भी हो सकता हैं
- पूरा शरीर बुरी तरह से कमजोर हो जाता हैं
- मलेरिया का किडनी पर नकारात्मक लक्षण होता है
- पाचन तंत्र भी बिगड़ जाता है
- इस रोग का याददाश्त पर भी असर पढता है भूलने के लक्षण हो सकते है
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मलेरिया से दूर रहने के लिए यह जरूर पड़ें – मलेरिया से बचने के 10 उपाय
मलेरिया हो जाने पर क्या करे
जब आपको ऊपर बताये गए मलेरिया बुखार के लक्षण अपने शरीर में नजर आने लगे तो अपने नजदीकी डॉक्टर से चेक उप करवाये. फिर डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट के लिए भेजेंगे वहां आपके खून की जांच होगी. फिर इस जाँच के आधार पर डॉक्टर आपका सफल Treatment कर देगा.
बारिश के मौसम में आप रोजाना सुबह खाली पेट 7-8 तुलसी के पत्ते खाये, इसको खाने के बाद 20-25 मिनट तक कुछ भी न खाये पिए तो आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता तेज हो जाएगी. अगर कोई रोजाना पुरे साल तुलसी का सेवन करे तो उसे मलेरिया मच्छर काटने पर भी कुछ नहीं होता क्योंकि इसक रोगप्रतिरोधक क्षमता इतनी बढ़ जाती है की वह मलेरिया वायरस से लड़कर उसे बाहर कर देती है इसलिए आप मलेरिया के उपचार और लक्षण में यह जरूर करे.
मलेरिया मच्छर का जीवन चक्र
- मच्छर की विभिन्न अवस्थाये
मादा एनाफिलीज मच्छर अपने अंडे रुके हुए साफ़ पानी, जैसे-पोखर, तालाब, झील के किनारे, कुवे, नदी नाले, टंकी आदि में देती हैं. ये अंडे आकार में छोटे होते हैं व पानी की सतह पर तैरते रहते हैं. सामान्यतः पानी के किनारों पर व अंदर कई तरह के पौंधे, घास उगी होती हैं. जहां अण्डों व लार्वा को रुकने का स्थान मिलता हैं.
अंडे देने के 24 से 48 घंटो में अंडे से लार्वा निकलने लगता हैं, लार्वा 5-6 दिनों में प्यूपा में परिवर्तित हो जाते है जो पानी में डुबकी लगाते रहते हैं. प्यूपा से 2-3 दिनों में वयस्क मच्छर बनकर उड़ जाता है. वयस्क मच्छर सतह से के 45 कोण पर विश्राम करता है. इस तरह अंडे से मच्छर बनने में 9-11 दिन का समय लग जाता है. पानी की सतह में इनके शत्रु गम्बूशिया मछली होते हैं जो इनको अंडो, लार्वा व प्यूजो अवस्था में ही खा सकती हैं.
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मच्छर कहां पैदा होते हैं (Malaria Machhar)
- छत पर रखी पानी की खुली टंकियों में
- बेकार फेंके हुए टायर में जमा पानी में
- कूलर में
- किचन गार्डन में रुके हुए पानी में
- सजावट के लिए बने फव्वारे में
- गमले व फूलदान में
- टूटे बर्तन, मटके, कुल्हड़ गमले में
- बिना ढंके बर्तन में
- ऐसी हर जगह जहां पर पानी रुक हुवा होता हैं वहां मच्छरों के पैदा होने की पूरी सम्भावना होती हैं
- इसलिए अपने पुरे घर में जमा हुआ पानी न रहने दें, रोजाना सफाई करे.
ग्रामीण क्षेत्रों में मच्छर कहां पैदा होते हैं
- हैंडपंप और नाल के आस-पास रुके हुए पानी में
- प्रयोग में न आने वाले पानी के कुए में
- पशुओं के पानी पीने के होद टंकी में
- खुरों की छाप में जमा पानी में
- धान के खेत में, रुके पानी में
- घर के आस-पास जगह भी एक सप्ताह से अधिक पानी रुका हो
- बारिश में पेड़ों के खोखल और छेद में जमा पानी में
- नालियों के ठहरे हुए पानी में
- नहरों के रुके हुए पानी में
मच्छरों से स्वयं का बचाव कैसे करे
- रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे
- अपने घरों की खिड़कियों और दरवाजों में मच्छरप्रूफ जालियां लगवाये
- नारियल और सरसों के तैल में निम का तैल मिलकर या मच्छर को भागने वाली क्रीम का शरीर के खुल हिस्सों पर लेप करे
- शाम को घर में निम की पत्तियों का धुआं करे, मच्छर की अगरबत्ती का उपयोग करे
- शरीर पर कपडे ऐसे पहने जिससे पूरा शरीर ढंका हुआ रहे

घर में मच्छरों को पैदा होने से कैसे रोक जा सकता हैं
- सप्ताह में एक बार अपने टिन, बाल्टी, डिब्बा आदि का पानी खाली कर दें और दुबारा इस्तेमाल से पहले उन्हें अच्छी तरह से सुखाये
- छत पर रखी पानी की टंकी को ढांक कर रखें, ताकि मच्छर अंदर घुसकर अंडे न दे सके
- सप्ताह में एक बार अपने कूलर का पानी खाली कर दें और फिर सुखाकर ही पानी भर दें
- खाली बर्तन टिन आदि में बारिश का पानी जमा न होने दें
घर के आस पास
- हैंडपंप के आस-पास पानी इकट्ठा न होने दें, नाली बनाकर बहा दें
- जिन स्थानों से पानी नहीं निकाला जा सकता वहां पानी की सतह पर मिटटी का तैल और जला हुआ इंजन का तैल डालें
- पुराने टायरों आदि में बारिश का पानी जमा न होने दें, पॉलीथिन से ढंक कर रखे
- छोटे तालाबों, कुण्डों, पोखरों, कुए आदि में लार्वाभक्षी गम्बूशिया मछलिया डालें
- घर के आस-पास के गड्ढों को मिटटी से भर दें

मच्छरों को भगाने के लिए दवायुक्त मच्छर दानी
- मलेरिया से बचा रहे आपका परिवार, दवायुक्त मच्छरदानी करे मच्छरों पर वार.
- रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे, क्योंकि मलेरिया फैलाने वाले मच्छर रात में ही काटते हैं.
- गर्भवती महिलाये और बच्चे भी अवश्य ही मच्छरदानी लगाकर सोये
मच्छरदानी को दवायुक्त बनाने की विधि
- सिंथेटिक पायरेथयरॉयड फ्लो 2.5 प्रतिशत को पानी में मिलाकर घोल बनाया जा सकता है
- Singel Bed मच्छरदानी के लिए 10 मि.ली सिंथेटिक पायरेथयरॉइडफ्लो 2.5 और 350-500 मि.ली पानी मिलाकर घोल तैय्यार किया जा सकता हैं.
- Bouble bed मच्छरदानी के लिए 15 मि.ली सिंथेटिक पयथयरॉइड फ्लो 2.5 और 500-750 मि.ली पानी मिलाकर घोल तैयार किया जा सकता हैं.
लार्वाभक्षी गम्बूशिया मछलियां
- गम्बूशिया, गप्पी नामक मछलियां मच्छरों के लार्वा खा जाती हैं.
- घर की टंकियों, कुओं, घर के आस-पास के गड्ढों व तालाबों में इन मछलियों को छोड़ देने से मच्छर बहुत कम हो जाते हैं.
- गांव के तालाबों, गड्ढों में लार्वाभक्षी मछलियां डालने के लिए मलेरिया विभाग के कार्यकर्त्ता से संपर्क करे.
मलेरिया फैलाने वाले एनाफिलीज मच्छरों की आदतें
- यह मलेरिया वाहक मादा मच्छर साफ़ रुके हुए पानी में पैदा होते हैं
- (A) मलेरिया वाहक मादा मच्छर शाम के झटपुटे में या रात को काटता हैं
- मच्छर आराम के लिए अंधेरी और छायादार जगहों को पसंद करता है
- खून चूसने की तलाश में यह अपने पैदा होने की जगह से एक से लेकर तीन किलो मीटर तक उड़ सकता हैं
- खून चूसने के बाद मादा मच्छर घर में किसी जगह पर थोड़ा आराम करना पसंद करता है
- मलेरिया वाहक मादा मच्छर आगे की और झुककर आराम करता है जैसे वह अपने सर के बल बैठा हो. यह मच्छर ही मलेरिया होने का कारण हैं.
- दिन में मलेरिया का मच्छर अंधी, ठन्डे और नम स्थान जैसे पशुघर, अंधेरे कमरे, भंडार घर, पेड़ों के खोखले कोटर, वनस्पति से ढंके
- स्थानों, घरों के फर्नीचर, पार्डन धान की कोठियों आदि के निचे विश्राम करते हैं.
उम्मीद हैं दोस्तों आपको मलेरिया के लक्षण बताओ, malaria ke lakshan bataye इसके बारे में पढ़कर बहुत अच्छा लगा हो. इसके साथ हमने इस रोग से छुटकारा पाने के लिए घरेलु उपचार भी बताये हैं जो की आप निचे रिलेटेड पोस्ट्स सेक्शन में जाकर पढ़ सकते हैं,
Its Can be Typhoid. Try Blood Test.
Sir mere Ko 15 days se kbhi tez kbhi kam bukhr ho raha h or apne aap hi utar jata h or jee machlara h, sarir m dard bhi h, ultiya bhi Ho rhi h or khasi to bahut tez ho rhi h, sirir garm hi ho raha h, bukhar 103,104,degree ho raha h
Iske liye aap Tulsi ke 6-7 patte rojana khana shuru kar dein subah ke samay khaali pet aur patte khane ke baad ek glass pani bhi piye, tulsi ki chai, adarak ki chai va nimbu paani bhi piye is tarah tulsi ke ptte rojana khane se apako bar-bar malaria etc bukhar aana bilkul band ho jayega
Mujhe har 6 se 8 mahine me tried aur maleriya ho jata h
Jab ki me ro ka pani peeti hoo
Plz upay bataye
Yahan hmne malaria or typhoid dono ka ramban ilaj btaya hain aap Related Post Section me jakar padh skte hain.
hello sir
humko maleriya aur tyfied dono sath me huaa Tha to Maine Doctor ko report dikhaya to medicine diye the 7 days Tak khaye the uske bad aaram mil gya Tha to band ker diye the to uske 2 ya4 days k bad sir me halka halka dard karta Hai kabhi kabhi aur body me dard bhi rahta Hai aur khun ki kami bhi ho gya Hai to sir ye maleriya ka hi laksan Hai 2month ho gya hme medicine karwaye please Reply sir
Hi hmne iske upchar ke liye ayurvedic nuskhe diye hain aap unhein yahan par padhe –
Hello sir mai Shailendra.pandey from chitrakoot u.p.sir meri aankhe dard karti hai.jaise fuli ho aur mujhe thand lagti hai.aur meri pudri gardan aur pairo me yani pure sareer me dard hota hai
Please give advice for malariya. Thanku
आप बताये गए लक्षण को अपने बेटे पर पर देखे, क्या उसके शरीर में भी यह लक्षण दिखाई दे रहे हैं, अगर हाँ तो आप मलेरिया को घर पर ही खत्म कर सकती हैं. इसके लिए यहां Related Post Section में मलेरिया के इलाज के विषय में जो जानकारी दी गई हैं वह पढ़िए.
Baba mere bete ko kal bahut thand dekar bukhar aya 104 maine Crocin di to teek ho gya fir 4 ghante bad maine fir crocin di ab bukhar nhi hai vo bilkul teek hai fir bhi kya test karana chahiye maleriya ka
Sanjay Gupta
अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलिए या आप मेडिकल पर जाकर पूरी बात बताये
Sir me 5 din phale bhot drink ki thi or ghar aya to jada hui thi n ratko 1 ghanta ulti ki or 4 thande bucket pani puri sharir pe dala dusre din ratko bhot bukhar hua 5 din hue par me pura thik nahi hua kam jada bukhar ho raha hai kamjori aa gai
जी पहले अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलिए और अपने शरीर में हो ही प्रक्रिया के बारे में बताये फिर डॉक्टर की राय के अनुसार आगे कदम बढाए.
Sir
Maine maleriya ka dava karaya or sabhi stock bhi Liya par mera bukhar dhik nhi ho rha h.
Sir mera bukhar ajib tarah ka hai kabhi kapal heat ho jata hai kabhi body .kapal hamesa stress(bhari) mahsus hota hai .
Sir kya hame dengue ya Swan flue ki check karvana chahiye
सर्दी होती हैं.
Maleriya fever mai sardi kya lagti hai
muze 4 din se thand lag Kar bhukhar chad raha h.. Muh sukh raha h…. Kamzori mehsoos ho Rahi h…. Akhe or cir Dard bhut ho raha h
ब्लड टेस्ट रिपोर्ट में क्या आया?
Sir mughe 3 din se fiver ho jata hai sham ko kuch jyada hi
Sir ka wait bhi badh jata hai
Or subah tak normal ho jata hai but sir kamjori or hlka sir me jakdan or aankho ke aas pas. Jaiise koi dab rakhkha hai
Hlka cuf bhi nikalta hai iskephle sardi bhi hui thi sir or or sir g mumbai me kuch din phle pani me di ghante bhigte huye jana pda puri mumbai pura bhra hua tha gatar sab jam ho gye the
Good afternoon sir muze 10-12 din see palat palat kar bukhar aa raha Hai or do din see sardi bhi Hai gale me bhi kuch atka huaa Hai aisa lag raha Hai hospital me blood test ki Hai report aane ka Baki Hai fir bhi Kya ho sakta Hai pata nahi or bahot thanks bhi mahsus karti hu bhot barik bhi ho gayi hu or Bal bhi zad rahe Hai tvcha bhi Kali dikh rakh rahi Kya hi sakta Hai sir plz give mi asnwer
नजदीकी चिकित्सक को दिखाए, व खून की जांच भी करवाए.
Mujhe 2 din se bukhar tha par ab nhi hai bt mere shrir pr kuchh lal-lal chkta nikl aaya hai kya mujhe dengu hai
Like a plan
यह शिकायत आप चिकित्सक से करे व यह नुस्खे भी पड़े – मलेरिया का असरकारी इलाज
Mujhe 4 din se malriya h mene dr Ka 3 din Ka course bhi pura kar liya h par mera bukhar nhi thik ho RHA
उन्हें कोई क्षणका होगी. लेकिन क्या आपको ऐसा महसूस होता हैं की आपको मलेरिया बुखार हैं.
डॉक्टर बार बार मलेरिया टेस्ट करवा रहे हैं लेकिन मलेरिया नहीं निकल रहा हे। वो एसा बार बार क्यों करवा रहे हे।
ऐसा मौसम के वजह से भी हो सकता हैं, 2-3 दिन रुक कर देखे, इस बिच आप नजदीकी डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं.
Mujhe bahut thakan h 8-18 din se or aaj to mere pairo pr khda nhi huaa ja rha h jajse pairo m jan hi na ho
Jbki mujhe bukhar nhi aaya
Aisa Q ho rha h m kya kru mujhe aapki slah ki jrurt h
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