कान का बहरापन का इलाज के उपाय मुंह जीभ आंख व कान हमारे शरीर के अत्यंत महत्वपूर्ण अंग हैं अगर इनमे से एक भी ठीक से काम न करे तो जीवन जीने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं.
इसमें कान से कम सुनाई देना जिसे बहरापन कहां जाता हैं यह भी बड़ा तकलीफ देय शिकायत होती हैं. कई लोगों को जन्मजात बहरापन होता है तो उनका तो उपचार बड़ा मुश्किल होता है लेकिन जिन लोगों को किसी वजह से सुनते-सुनते कम सुनाई देने लगे तो ऐसे रोगियों को बहरापन दूर करना के आयुर्वेदिक नुस्खे और दवा के जरिये उपचार कर उनको लाभ मिल सकता है.
इसके लिए हम यहां कुछ रामबाण तरीके बता रहे है जिनका आप प्रयोग कर सकते है hearing loss deafness treatment remedies in Hindi.
बहरापन का कारण
- ज्यादा उम्र होना
- बैक्टीरियल इन्फेक्शन के वजह से
- किसी दवा के साइड इफेक्ट्स से
- हार्मोन्स का असंतुलन होने से
- अत्यधिक शोर, ज्यादा आवाज़
- कान की हड्डी का बढ़ना
- कान में संक्रमण
- कान के परदे का फटना
- कान में कुछ चले जाना
बहरापन के लक्षण
- कान से कोई भी आवाज़ ठीक से सुनाई नहीं देना
- कान से सिटी की आवाजे आना
- कम आवाज़ में सुनाई न देना
- दुसरो की बाते ठीक से सुनाई नहीं देना
- फ़ोन पर ठीक से सुनाई नहीं देना
- पोस्ट को पुरे ध्यान से आखिरी, एन्ड निचे तक पड़ें, और नीच दिए पोस्ट भी पड़ें.
- यह सभी भी एक बार जरूर पड़ें
- कान में आवाज आना का इलाज
- कान बहने का उपचार और दवा
- कान के परदे में छेद का इलाज
- कान दर्द का इलाज 10 रामबाण उपाय
- ठीक से पूरा पेट साफ़ करने के तरीके 5 उपाय, दवा
- जीभ होंठ और मुंह के छालो का जड़ से इलाज की दवा और 11 उपाय
- 11 गहरी नींद आने के उपाय व दवा
कान का बहरापन का इलाज के घरेलु उपाय
- किसी इन्फेक्शन के कारण कान से कम सुनना होता हो हुआ हो तो ऐसे में दवाई व घरेलु नुस्खे की मदद से उसे ठीक किया जा सकता हैं.
- कान का पर्दा फट जाने या उसमे कोई तकलीफ होने पर सर्जरी करना पढ़ सकती है.
- कान की नर्व्स में कोई शिकायत होने पर हियरिंग ऐड का प्रयोग करना पड़ता है, क्योंकि यह वापस आसानी से ठीक नहीं होती.
सबसे आसान तरीका
- कान में साय-साय की आवाज़ आना व कान का बहरापन होने पर खुद के पेशाब की 2-3 बून्द रोजाना कान में डालें तो पुराने से पुराना बहरापन ठीक हो जाता है. कई लोगों ने इसे आजमाया भी हैं. एक 64 वर्षीय मधुमेह के रोग द्वारा प्रतिदिन कानो में स्वमूत्र की कुछ बुँदे डालने से छह साल पुराना बहरापन ठीक हो गया वे दोनों कानो से बराबर सुनने लग गए थे. एक रोगी को धीमी आवाज़ में सुनाई देता था – उनको बाये कान से ऊँचा सुनाई देने की शकायत थी और सात वर्ष से टेलीफ़ोन की या दूसरी आवाज़ सुनाई देने की शिकायत थी. स्वमूत्र से टेलीफ़ोन की या दूसरी आवाज़ बहुत ही धीमी सुनाई देती थी.
खुद का पेशाब डालने से एक महीने में कान अच्छा हो गया
और दाहिने कान के सामान बाए कान से भी सुनाई देने लगा. श्री मोरारजी भाई देसाई ने लिखा है – में अभी रोज सुबह दो बुँदे स्वमूत्र की कान में दाल लेता हूँ. कभी-कभी शाम को भी डालता हूँ. आज ७७ साल की उम्र में भी बहरापन नहीं आया.- एक दस साल का बच्चा था उसे कान में साय-साय की आवाज़ आती थी और कान से कम सुनाई देता था, उसने कान में खुद के पेशाब की दो बून्द आठ दस दिन तक सुबह व शाम को डालना शुरू किया तो कान का मिल बहार निकलने लगा और दर्द भी कम होने लगा फिर गुनगुने मूत्र की बुँदे भी डाली गई इस तरह करीब दो सप्ताह के मूत्रोपचार से कान की सारी तकलीफे दूर हो गई, यह Kaan se kam sunna घरेलु उपाय है इससे कोई नुकसान नहीं होता हैं.
तो अब आप रोजाना सुबह व शाम दो बून्द अपने ही पेशाब की कान में डाले, रोजाना ताज़ा पेशाब लें यह उपाय कान का मेल बाहर निकलने में भी बहुत ही असरदार हैं, किसी भी आयुर्वेदिक इलाज से बेहतर है.
- बाबा रामदेव कान के परदे के फट जाने पर उपचार में रोजाना 15-15 मिनट कपालभाति प्राणायाम और अनुम विलोमा प्राणायाम करे. यह फटे हुए परदे को वापस पहले जैसा ठीक कर देता हैं. इसका प्रयोग नियमित रूप से लगातार करते रहना चाहिए.
कान से कम सुनाई देने के उपाय
Kaan Se Kam Sunna Ka ilaj in Hindi
- नीम की पत्तियों का रस 2-2 चम्मच सुबह शाम पीते और 2-2 बून्द गुनगुना करके कानों में डालते रहने से कुछ ही सप्ताह के प्रयोग से बहरापन मिट जाता हैं, कान से सुनाई देने लगता हैं.
- नीम की पत्तियों सरसों तेल में पकाकर जला लें. यह 2-2 बुँदे तेल दिन में तीन बार डालते रहने से अवश्य ही लाभ मिलता हैं. यह प्रयोग लम्बे समय तक करना चाहिए.
- नीम की छाल और संयत्र झाग 5-5 ग्राम, 1 ग्राम मीठा तेलिया और 5 ग्राम हींग इन सबको 500 ग्राम गोमूत्र में मिलाकर 100 ग्राम सरसों के तेल में पकाये. ठंडा होने पर तेल को छानकर किसी शीशी में भर लें और दो दो बून्द सुबह शाम डालते रहे कुछ ही सप्ताह में कान के बहरेपन का उपचार हो जायेगा यह बेहतरीन आयुर्वेदिक उपाय हैं.
- सफ़ेद ताजे प्याज के रस की दो दो बुँदे कानो में डालकर पांच मिनट बाद कानो को रुई से साफ़ करके सरसों का तेल गुनगुना करके दो दो बुँदे डालें. कुछ दिनों के निरंतर प्रयोग से कान का बहरापन का इलाज हो जायेगा.
- प्याज के बीजो का तेल दो दो बुँदे कानो में डालते रहने से पुराना बहरापन भी ठीक हो जाता हैं.
- मूली की जड़ का रस, मधु और तेल को तपाकर सहता-सहता डालने से बहरेपन में लाभ होता हैं.
- लहसुन और अदरक का रस समान मात्रा में लेकर गुनगुना करके दो दो बूंदे कानो में रात को सोते समय डालकर रुई लगाकर सो जाए. 4-5 दिन के उपचार से सायं-सायं की आवाज़ आना बंद हो जाती है तथा कान का मेल भी निकल जाता हैं.
- बहरापन ठीक करने के लिए 2 कली चिली हुई लहसुन, 25 ग्राम कड़वे बादाम का तेल लेकर उसमें लहसुन पानी जाने तक पकाये. इस तेल को छानकर शीशी में भर लें. रोजाना सुबह शाम दो दो बुँदे कानो में डालते रहने से कुछ ही सप्ताह में बहरापन ख़त्म हो जाता हैं.
- 50 ग्राम काले तिल के तेल में 7-8 लहसुन की कलियाँ जल जाने तक पकाये. फिर तेल को छान लें. इस तेल की दो दो बुँदे रोजाना कान में डालते रहने से बहरापन मिट जाता हैं.
- बहरापन का योग – योग प्राणायाम के जरिये भी कान से सुनने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता हैं. इसके लिए आप रोजाना ब्रह्मारी प्राणायाम करे यह कान को शांति देगा व ऊर्जा से भर देगा. कान दर्द, कम सुनाई देना आदि सभी में ब्रह्मारी प्राणायाम बहुत असरदार साबित होता हैं.
- बुढ़ापे में उम्र के बढ़ जाने व कान के परदे के फट जाने पर आप hearing aid device का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इससे आपको सुनने में बहुत मदद होगी. आज के समय में ज्यादातर लोग इन्हीं का प्रयोग कर रहे हैं. कान में नर्वस के डैमेज होने पर यह एक आखिरी उपाय रह जाता हैं.
- deaf – धतूरे का पीला पत्ता जिसमे छेद न हो गर्म करके उसका रस निकालकर 15 दिन तक कान में डालने से ठीक से सुनाई देने लग जाता है.
- बहरापन दूर करने के लिए ऊंटनी का मूत्र कान में डालने से कैसे ही बहरापन हो दूर हो जाता हैं.
- बहरेपन में थोड़ा सा जीरा दूध के साथ रोजाना फांकने से लाभ होता हैं.
- असली हींग को स्त्री के दूध में घोलकर घिसकर कान में डालने से बहरापन मिट जाता हैं.
- गठिया जड़ से ख़त्म करने का इलाज के 10 उपाय और दवा
बहरापन का इलाज
- दो तोले तिल्ली के तेल में दो कली लहसुन जलाकर 1-2 बून्द कान में डालने से अच्छे से सुनाई देने लग जाता है.
- गोमूत्र में सेंधा नमक मिलाकर कान में डालने से बहरापन मे बहुत लाभ होता हैं.
- सर्दी जुकाम आदि किसी रोग के वजह से काम सुनाई देता हो तो – 100 ग्राम सरसों के तेल में दो करेलो को पतला पतला काटकर जलाये. जब करेले जल जाये, तब तेल को छानकर शीशी में भरकर सुरक्षित रख लें. इस तेल की कुछ बूंदे नियमित रूप से कान में डालने से सर्दी के कारण कान से ठीक से साफ़, साफ़ सुनाई नहीं देना भी बहुत जल्दी ठीक होता हैं, बहरापन ठीक करने का आसान तरीका है..
- बहरापन दूर करने के लिए तुलसी के पत्तों का रस गर्म करके चार बून्द कान में डालने से सुनने की गड़बड़ी तथा कान का दर्द ठीक हो जाता हैं.
- 50 मिलीलीटर तिल के तेल में पांच कली लहसुन की डालकर उबाल लें. ठंडा होने पर छानकर शीशी में भर लें. इसे सुबह-शाम गुनगुना करके दो दो बून्द कान में डालने से बहरेपन की शिकायत दूर होती हैं.
- बेल के पत्तों का रस एक चम्मच लें और एक चम्मच अनार के पत्तों का रस भी लें दोनों को 105 ग्राम सरसो तेल में मिलाकर गर्म करे, थोड़ा पकाये. जब यह पककर आधा हो जाये तो इसे गैस से उतार कर कान में दो-दो बून्द रोजाना डालें.
आप यह बताये गए घरेलु उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खों का प्रयोग कर के देखें फिर हमे बताये की आपको इनसे कितना लाभ प्राप्त हुआ है. इसके अलावा अपने कान में पानी न जाने दें और कान में कोई लकड़ी, तिनका किसी भी चीज को ना डालें.
तो आपने यहाँ पर kaan se kam sunna ka ilaj or upay hearing loss deaf in Hindi के बारे में सारी जरुरी बाते जान ली है. इसमें आप खुद के पेशाब का प्रयोग अवश्य ही करे यह सबसे ज्यादा प्रभाशाली है व कान के बहरेपन का उपचार कर उसे दूर करेगा. इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा आगे बढ़ाये ताकि सभी रोगियों तक यह आसान से पहुँच जाए.
Mere left ear ka parda nhi h kya m usme Apne urine ki bunde dal sakta hu