कई बार हमे ऐसे हिचकी शुरू हो जाती है जो की रोकने पर भी रूकती ही नहीं आइये जानते है हिचकी का इलाज और रोकने के उपाय हिंदी में जानिये कुछ ऐसे तुरंत असर करने वाले आयुर्वेदिक नुस्खे जिनके जरिये आप बिना किसी मेडिसिन दवा के घर पर ही हिचकी बंद कर सकेंगे. हिचकी आना कफ/वायु रोग माना जाता है, वैसे तो यह कुछ मिनटों में अपने आप ख़त्म हो जाती है लेकिन कई बार यह लम्बे समय तक चलती रहती है जिससे रोगी अत्यधिक परेशान हो जाता है.
यह देसी नुस्खे बच्चों की हिचकी को भी ख़त्म करने में मदद करते है.
हिचकी का कारण
- हिचकी क्यों आती है – आयुर्वेद के अनुसार हिचकी शरीर में वायु तत्व के बढ़ने से पैदा होती है, अत्यधिक मसालेदार भोजन आदि करने से यह वायु तत्व बढ़ता है जिससे हिचकी आने लगती है.
- भारत में ऐसा भी माना जाता है की जब किसी को हिचकी आती है तो समझो की आपको कोई याद कर रहा है. यह सच है या झूठ यह तो हमे नहीं पता लेकिन यह वाक्य भारत के हर 2-3 व्यक्ति को पता है.
Hichki Rokne Ka Upay Bataye
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हिचकी का इलाज क्या है
1. हिचकी रोकने के लिए चार छोटी इलाइची कूट लें, फिर इसे 550 ग्राम पानी में डालकर अच्छे से उबालना शुरू करे. इस तब तक उबाले जब तक की पानी 200 ग्राम न रह जाए फिर इसे गैस बंद कर दें और इसे छननी आदि किसी वस्तु कपडे से छान लें. छान ने के बाद इसे रोगी को पीला दें , (पिने लायक ठंडा हो जाये तब). यह उपाय हिचकी बंद करने में 101% परिणाम देता है. यह हिचकी की दवा जैसे है आपकी हिचकी एक बारी में ही बंद हो जाएगी.
2. आखिर हिचकी का इलाज करने के लिए अदरक किसी जादुई वस्तु से कम नहीं होता, हिचकी में इसका प्रयोग इस तरह करे. ताज़ा अदरक ले और इसके छोटे टुकड़े कर ले और फिर मुंह में रख कर इसे चूसना शुरू कर दें, यह प्रयोग तेज़ व पुरानी से पुरानी हिचकी भी रुक जाती है.
3. जब भी हिचकी आना शुरू हो तो आप एक जगह बैठ कर अपने दोनों कानो में एक-एक उंगली डाल दें, उंगली इस तरह डाले की बाहरी आवाज़ अंदर न पहुंचे. थोड़े दबाव के साथ उंगली डाले इससे कुछ मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है जो की हिचकियों को रोकने में सहायक होती है. यह बहुत ही सरल और कारगर घरेलु इलाज है हिचकी आना से बंद करने के लिए जरूर आजमाए.
4. प्राकृतिक उपचार – एक जगह बैठ जाए या खड़े रहे सांस को पूरा भर लें और फिर सारी स्वांस को बाहर निकाल दें, अब सांस तब तक अंदर न ले जब तक आपको घबराहट न होने लगे. इस तरह 10-15 बार पूरी सांस को बाहर करने से फेफड़ो में जमी कई दिनों की ऑक्सीजन निकल जाती है. यह भी हिचकी रोकने के उपाय में बेहद आसान और हिचकी आना से रोकने में इसका प्रयोग जरूर करना चाहिए.
- नारियल की जटा को निकालकर उसे जलाकर भस्म जैसा बना लें और एक गिलास पानी में इस भस्म को डाल दें. जब यह भस्म ग्लास के पानी में निचे डूब जाए तो इस पानी को रोगी को पीला दें. इससे हिचकी आना बिलकुल बंद हो जाती है.
- 4-5 कालीमिर्च को मूँह में रख कर चूसे, इसमें आप थोड़ी सी मिश्री भी मिला ले ताकि ज्यादा कड़वा न लगे, लगातार चूसते रहने से हिचकी ख़त्म हो जाती है.
- 1-2 ग्राम कलोंजी ले और इसे बारीक़ पीस ले फिर शहद में मिला के चाट लें, इस प्रयोग से हिचकी आना बंद हो जाती है.
- एक दिन में 4-5 बार आधा या एक चम्मच शहद चाटे तो हिचकी आनी रुक जाती है.
- हींग को 15 ग्राम गूढ़ में मिलाकर सेवन करने से हिचकी रुक जाती है.
- हींग को आग में जलाये व रोगी को इसका धुआं सुंघाए तो इससे भी हीचिकि आनी बंद होती है.
- टमाटर खाये, टमाटर को चबा-चबाकर खाने से हिचकी आना रोग में आराम मिलता है.
- गाजर का रस निकालकर उसे सूंघे व गाजर के रस की 6-6 बूंदे नाक के दोनों छिद्रो में डाले तो इससे भी बंद हो जाती है.
- एक चम्मच चीनी शकर सीधे ही फांक लेने से हिचकी में आराम मिलता है. अगर हिचकी तेज़ व पुरानी है तो 1 ग्लास पानी में 1 चम्मच
- शकर और एक दो चुटकी नमक डाल दें, अच्छे से मिक्स कर के रोगी को यह पीला देने से हिचकी नहीं आती.
- एक डेढ़ चम्मच शहद और नीबू रस निकाल लें और दोनों को आपस में मिलाकर चाटे, तो इस छोटे से प्रयोग से हिचकी आना ख़त्म हो जाती है.
दोस्तों इस तरह आप बताये गए हिचकी रोकने के उपाय से इलाज hiccups treatment in Hindi को आजमाकर बड़ी आसानी से इससे छुटकारा पा सकते है. इसके अलावा वात कफ बढाने वाले आहार का सेवन कम से कम करे. इस तरह आप बताये गए उपायों के जरिये हिचकी पर काबू पा सकते है. आप इन्हे बताये गए नियम अनुसार करे और अगर फिर भी हिचकी न रूकती हो तो अपने नजदीकी डॉक्टर को जरूर दिखाए.