डेंगू से बचने के लिए क्या उपाय करना चाहिए यह वाक्य काफी अर्थ रखता हैं. डेंगू हो या कोई सा भी रोग हर एक रोग व बीमारी का उपचार करने से बेहतर हैं की आप पहले ही बचाव के उपाय कर लें. तो दोस्तों हम आपको वह सभी टिप्स देंगे जिनको अपनाकर डेंगू बुखार से बचाव किया जा सकता हो.
मछरों से बचे – डेंगू मुख्यतः मच्छरों के काटने से होता हैं, वह मच्छर Aedes aegypti के नाम से जाना जाता हैं. यह मच्छर सुबह व शाम के समय सक्रीय रहते हैं व जहां पर इन्होने अंडे दिए हो उस एरिया में 200 मीटर के अंदर ही यह मच्छर घूमते हैं. Aedes aegypti प्रजाति के मच्छर साफ़ पानी पर अंडे देते हैं, यह ज्यादातर निम्न स्थानों पर पाए जाते हैं prevention of dengue fever in Hindi.
- पोस्ट पूरा आखिर एन्ड तक जरूर पड़ें :
- कूलर के नजदीक
- गंदे तालाबों और जल निकायों
- कचरा डस्टबिन के नजदीक
- खुले पानी में
- पुराने और त्याग किए गए टायर
- गंदगी और गंदे पानी में
- फूलदान, गमलो के नजदीक
- नालियों में
- पानी के टेंक के नजदीक
[the_ad id=”5773″]
आदि इन सभी जगहों पर डेंगू बुखार पैदा करने वाले मच्छर ज्यादा पाए जाते हैं, और डेंगू बुखार से बचने के लिए जरुरी हैं की आप इन सभी जगहों को स्वच्छ साफ़ सुथरी रखें ताकि कोई मच्छर इन जगहों पर अंडे न दें और न ही इन जगहों को अपना घर बना सके.
- तेज बुखार आना, आँखों के पीछे दर्द होना, उल्टियां होना आदि डेंगू बुखार के लक्षण होते हैं.
डेंगू से बचने के लिए क्या उपाय करना चाहिए
Dengue se bachne ke upay kya hai
- डेंगू मच्छर कब काटता है – यह मच्छर सुबह और शाम के समय काटता हैं और यह ज्यादा ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता इसलिए पैरों में ज्यादा काटता हैं.
- डेंगू मच्छर का नाम क्या है – इस डेंगू बुखार के संक्रमित मच्छर का इंग्लिश में नाम हैं – Aedes aegypti
- डेंगू कितने दिन में ठीक होता है – यह बुखार यूं तो 4 से 7 दिन में ठीक हो जाता हैं, लेकिन बाकी रोग की स्थिति और उसके उपचार पर निर्भर होता हैं.
- डेंगू मच्छर की पहचान क्या है – इस मच्छर के शरीर पर सफ़ेद व काले रंग की धारियां होती हैं, यानी की सफ़ेद लाल रंग के चकते इसके शरीर पर दिखाई पड़ते हैं यही इस मच्छर की पहचान हैं.
डेंगू से बचने के लिए Vitamin C का ज्यादा से ज्यादा मात्रा में सेवन करे. Vitamin C के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती हैं और शरीर को संक्रमण से लड़ने की क्षमता मिलती हैं, जिससे डेंगू, मलेरिया, चिकेनगुनिया आदि संक्रमित रोगों से बचाव होता हैं.
हल्दी शरीर को साफ़ करेगी
- हल्दी में एंटीबायोटिक गुण होते है, यह एंटीबायोटिक गुण डेंगू बुखार में शरीर को संक्रमण से लड़ने की क्षमता देते हैं और शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर करने में भी मदद करते हैं. (यह तो आपने भी सुना होगा की हल्दी खून की सफाई करती हैं) इसलिए डेंगू में इसका बहुत महत्त्व है.
- यह सभी भी एक बार जरूर पड़ें :
- डेंगू में क्या खाये और क्या नहीं खाना चाहिए
- डेंगू का इलाज के आयुर्वेदिक उपाय
- मुंह के छालो का आसान इलाज
- दस्त रोकने का इलाज के उपाय
- तुरंत सिर दर्द का उपचार
- यह दो काम रोजाना करे, कभी नहीं होंगे बीमार
- बालो को जल्दी से लंबा करने के 3 खास शैम्पू {Hair Shampoo}
- शुगर को जड़ से ख़त्म करने का इलाज : घरेलु उपाय और दवा
तुलसी और शहद – संक्रमण दूर करेगी
- डेंगू से बचाव के लिए तुलसी और शहद भी रामबाण उपाय हैं. आप रोजाना सुबह के समय 6-7 तुलसी के पत्ते लेकर इन्हें एक गिलास पानी में डालकर अच्छे से उबालकर फिर इसमें शहद मिलाकर पिया करे. ऐसा करने से शरीर की संक्रमण रोकने की क्षमता मजबूत होगी जिससे आपको कोई भी रोग घेर नहीं सकेगा.
डेंगू में तुलसी के पत्ते रोजाना खाये
- अगर आपकी प्रणाली अत्यंत कमजोर है, जरा से मौसम के परिवर्तन होने पर आपको सर्दी जुकाम हो जाता हैं तो आप रोजाना सुबह खाली पेट 4-5 तुलसी के पत्ते खाना शुरू कर दें, ऐसा आप रोजाना करते रहे इससे आपको कोई सा भी बुखार नहीं होगा और डेंगू से भी बचाव भी होगा.
डेंगू में अनार का रस भी पीते रहे
- अगर आपको डेंगू रोग हो चूका है या खून की कमी हैं तो आपको अनार का सेवन जरूर करना चाहिए. अनार के सेवन से रेड ब्लड सेल्स की मात्रा बढ़ेगी और घटती प्लेटलेट्स की संख्या में भी वृद्धि होगी.
मेथी की सब्जी खाये
- डेंगू से बचने के तरीके में मेथी का किसी भी तरह से सेवन करना बेहद लाभदायक होता हैं. डेंगू जैसे रोग में भी मेथी रामबाण काम करती हैं, इसके सेवन से शरीर के सभी विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं अनिद्रा, थकान, खून की कमी आदि कई रोग इसके सेवन से खत्म हो जाते. डेंगू से बचने के लिए मेथी का उपाय बेहतरीन हैं. यह आपको बाजार में आसानी से और सस्ते दामों में मिल जायेगी.
कूलर का पानी डेंगू के मच्छर
- डेंगू के मच्छर अक्सर कूलर में भरे हुए पानी के वजह से भी पनपते हैं, इससे बचने के लिए आप उसका पानी बदलते रहे यानी घर में कहीं भी ठहरा हुआ पानी न रखे. अगर आप कूलर का उपयोग कर रहे हैं तो उसका पानी दो तीन दिन में पूरा बदलते रहे और कूलर के नजदीक की जगह खुली और स्वच्छ रखे.
पानी का टेंक डेंगू के मच्छर
- हर घर में पानी का टेंक होता हैं और हर एक टेंक में ढेरों मच्छर होते हैं. इसलिए यह बेहद जरुरी हैं की आप अपने घर के पानी के टेंक में दवाई डालकर रखें, ऐसी दवाई जो मच्छरों को पनपने न देती हो. आप इन दवाइयों को बाजार से खरीद सकते हैं. इनके प्रयोग से पानी में मच्छर के अंडे भी नहीं पनप सकेंगे जिससे टेंक में मच्छरों की आबादी भी कम हो जाएगी. पानी में थोड़ा सा सरसों का तेल डालने से भी उसके कीटाणु मर जाते हैं.
घर के आसपास रुका हुआ पानी
- अपने घर के समीप आपको जहां कहीं भी ठहरा हुआ पानी हो उस पानी को साफ़ करे. घर के नजदीक कहीं भी ठहरा हुआ पानी न रखें. घर के सामने नालियों में भी ठहरा हुआ पानी नहीं रहना चाहिए क्योंकि ठहरे हुए पानी में मच्छरों के अंडे जन्म लेते हैं.
खिड़कियों पर लगाए मच्छरदानी
- घर की घिड़कियों पर मच्छरदानी का प्रयोग करे ताकि घर के अंदर मच्छर न घुस पाए. इसके अलावा अगर आपके घर के आसपास खाली जगह हैं चारों ओर तो वहां पर भी मच्छर भगाने की दवाई का छिडकाऊ करवाए. डेंगू से बचने के तरीके में और अन्य मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारी से बचने के लिए यह बहुत जरुरी है की आप मच्छरों को अपने घर से दूर रखे.
मच्छर भगाने की कोइल
- घर के अंदर से मच्छरों को भागने के लिए कोइल या इलेक्ट्रिक मशीन का प्रयोग करे जो की मच्छरों को कमरे में नहीं आने देती हैं.
मच्छरदानी का प्रयोग करे
- छोटे बच्चों व बड़ों दोनों को रात को सोते वक्त मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए ताकि उन्हें मच्छर न काटे. इसके साथ ही सुबह व शाम के समय पुरे शरीर को कपड़ों से ढँक कर रखना चाहिए ताकि कोई भी मच्छर सीधा आपको न काट सके. डेंगू से बचाव में साफ़-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए.
डस्टबिन को साफ़ रखे
- डस्टबिन की सफाई पर विशेष ध्यान दें, दो तीन दिन के अंदर डस्टबिन को साफ़ करते रहे. कई लोग ऐसा नहीं करते जिससे डस्टबिन में जानलेवा मच्छर पनपने लग जाते हैं. डस्टबिन की सफाई के साथ ही इसमें मच्छर कीटनाशक दवाई भी डालकर रखें.
[the_ad id=”5776″]
घर में तुलसी का पौधा
- डेंगू से बचने के लिए तुलसी के पौधे में कई विशेष चमत्कारिक गुण होते हैं, इसके पत्तों के सेवन से तो हमे लाभ होता ही हैं लेकिन इसको घर में लगाने से भी विशेष लाभ होते हैं. घर में तुलसी का पौधा लगाने से वहां का वातावरण सकारात्मक बना रहता हैं, इससे डेंगू जैसे जानलेवा मच्छर भी आसपास नहीं पनपते. तुलसी के पौधे से मच्छर दूर भागते हैं.
लौंग का तेल डेंगू के लिए
- लौंग का तेल शरीर पर लगाने से मच्छर नहीं काटते हैं, इसके लिए आप जरा से लौंग के तेल में नारियल का तेल मिलाकर अपनी त्वचा पर लगाए ऐसा करने से आपकी त्वचा पर कोई मच्छर नहीं काट सकेगा. यह एक प्राकृतिक उपाय हैं, ओडोमॉस की जगह पर आप इसका उपयोग निश्चिन्त हो कर कर सकते हैं. लौंग का तेल भी हैं डेंगू बुखार से बचने के आसान तरीके में शामिल, सुबह शाम इसे शरीर पर जरूर लगाए.
नीम का उपयोग डेंगू से बचने के लिए
- लौंग के तेल की तरह नीम का तेल भी उतना ही प्रभावकारी होता हैं. डेंगू से बचने के उपाय में नीम के तेल को शरीर पर लगाने से भी मच्छर पास नहीं आते हैं साथ ही जिस जगह पर नीम का पेड़ होता हैं वहां से मच्छर दूर ही रहते हैं क्योंकि नीम में ऐसे गुण होते हैं जो की मच्छरों को अपने पास नहीं आने देते. आप नीम के पत्तों का धुआं करके भी मच्छरों को घर से बाहर भगा सकते हैं. यह घर के वातावरण को भी सकारात्मक बनाता हैं.
डेंगू रोग में अजवाइन का उपयोग
- डेंगू के बचाव में अजवाइन का उपयोग मच्छर भगाने की दवा के रूप में किया जा सकता हैं, अगर आपके घर के आसपास ऐसी जगह हैं जहां पर मच्छर ज्यादा पैदा होते हो तो आप अजवाइन का पाउडर उन सभी जगह पर छिड़क दें जहां-जहां पर मच्छर की आबादी ज्यादा हो ऐसा करने से मच्छर वहां से भाग जायेंगे. अजवाइन का उपयोग मच्छर के कीटनाशक के रूप में किया जा सकता हैं.
गेंदे का फूल
- यह एक ऐसा पौधा हैं जिससे मच्छर दूर रहते हैं, जहां कहीं भी यह पौधा लगा हुआ रहता हैं उस क्षेत्र में मच्छर नहीं आते. इसलिए अगर आपके घर पर बगीचे हो तो वहां पर गेंदा का पौधा जरूर लगाए और साथ ही घर की बालकनी में भी गेंदे के फूल के पौधे लगाकर रखें. यह घर के अंदर मच्छरों को आने से रोकेंगे और वातवरण को भी शुद्ध बनाकर रखेंगे.
तो दोस्तों यह सभी डेंगू से बचने के उपाय, dengue se bachne ke liye upay में बहुत काम आएंगे अगर आप इन सभी घरेलु उपाय पर ध्यान देते हैं तो आपके घर के नजदीक डेंगू के मच्छर नहीं पैदा होंगे और आप सुरक्षित रहेंगे. अब जरा भी आलस्य न बरते और डेंगू से बचने के उपाय को अपनाये साथ ही बताई गई चीजों का भी सेवन करते रहे.
it is a best sujestion for health.