आयुर्वेदिक खांसी का इलाज बताएं क्या है कफ बलगम सर्दी जुकाम गले में खराश खांसी बहुत तरह के यह कफ रोग मनुष्य को परेशान करते हैं. किसी किसी को तो एक बार खांसी हो गई तो एक-एक दो-दो महीना बीत जाता हैं यह ठीक ही नहीं होती, ऐसे में रोगी एलॉपथी की अंग्रेजी दवाइयों का सहारा लेते है.
जो की टेम्पररी रहत दिलाती है और यह Syrups जितने भी आते हैं इनमे भयंकर चेमिकल्स होते हैं, बच्चों को सिरुपस देना तो और भी खतरनाक होता हैं ऐसे में ज्यादा सिरुपस देने से उनकी मौत भी हो सकती हैं. इसीलिए हम यहां पर कफ, बलगम, खांसी को ठीक करने के उपाय बता रहे हैं, इनके जरिये आप घर पर ही इसे दूर कर सकते हैं.
[wps_note size=”20″ background=”#000000″ color=”#ffffff” radius=”3″]किसी भी तरह की खराश cough आदि होने पर ज्यादातर आम व्यक्ति एलॉपथी की खांसी की दवा का उपयोग करता हैं इससे उन्हें आराम तो मिलता हैं लेकिन इससे नुकसान भी होता हैं और यह दवाई हमेशा के लिए उपचार नहीं करती. इसलिए हमारी आपको सलाह हैं की आप यहां दिए जा रहे आयुर्वेदिक इलाज के नुस्खे का घर पर प्रयोग कर के देखें यह एलॉपथी की मेडिसिन्स से भी ज्यादा अचूक हैं .[/wps_note]
- पोस्ट को पूरा एन्ड तक ध्यान से पड़ें, यहाँ रामबाण आसान उपाय बताये है. साथ ही इसका दूसरा पेज भी पड़ें.
कफ बलगम खांसी का इलाज बताएं क्या है
Khansi ka ilaj in Hindi me bataye
रामबाण उपाय
- यह उपाय तुरंत मिनटों में असर दिखाता हैं सुखी खांसी होने पर एक गिलास गुन-गुना गर्म पानी कर ले और अब 1-2 चम्मच हल्दी ले और इसे रोटी बनाने के तवे पर सेंक लें, (तवा गर्म होने के बाद गैस की कम आंच में सेंके). इसे तब तक सेंके जब तक हल्दी का रंग भूरा न हो जाए, फिर इसे उतर कर एक कटोरी में रख लें व इसमें 2-3 चिमटी सफ़ेद नमक मिला दें और हल्दी ठंडी होने पर पूरी हल्दी को एक साथ मुंह में डाल कर फांकी लगा लें और ऊपर से गर्म पानी पि लें.
- हल्दी खाते समय कड़वी जरूर लगेगी लेकिन दो मिनट की तो बात हैं तुरंत गुन-गुना गर्म पानी पिले कड़वापन दूर हो जायेगा. इस आयुर्वेदिक घरेलु उपाय को करने से तुरंत ही दूर हो जाएगी.
- नोट : इस उपाय को रात के समय सोने से पहले करे व इस प्रयोग को करने के बाद पानी न पिए.
- एक बार यह सभी भी पड़ें :
- सर्दी जुकाम का इलाज के आसान घरेलु नुस्खे
- बुखार का इलाज के असरकारी नुस्खे
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- इस (खांसी) आयुर्वेदिक सिरप का सेवन करे, बच्चों को भी करा सकते है. पतंजलि की दवा दिव्य स्वसारी प्रवाही लिक्विड में देना चाहिए, यह आयुर्वेदिक दवा सिरप हैं. इस सिरप को वयस्क व्यक्ति भी ले सकता हैं.
- अदरक के टुकड़े को तवे पर भूनकर उसमे थोड़ी सी हल्दी लगाकर के मुंह में चूसना शुरू करे. इस उपाय से सबसे खतरनाक खांसी भी ख़त्म हो जाती हैं. बहुत ही तेज उपाय हैं यह.
- खांसी ठीक करने के लिए एक दो बून्द तुलसी व अदरक के रस को शहद में मिलाकर के चाटने से बहुत आराम मिलता है.
और जिन लोगों का खांस-खांसकर गला ख़राब हो गया हो वह मुलेठी, कालीमिर्च व मिश्री इन तीनो को मिलाकर के चूसें, खांसी में ख़राब गला ठीक हो जायेगा. - कफ बलगम वाली खांसी के घरेलु उपाय में सोंठ, पीपल व कालीमिर्च इन तीनो को एक-एक ग्राम लेकर पाउडर करके शहद के साथ लेकर चाटें. इससे किसी भी तरह का बलगम कफ खांसी हो ठीक हो जाता हैं.
- अदरक के छोटे टुकड़े कर लें व एक छोटे टुकड़े को मुंह में रख कर चूसें अचूक लाभ होगा.
- खांसी में अनार के रस को हल्का गर्म कर के पिने से भी लाभ होता हैं.
- ज्यादा कफ की शिकायत होने पर दूध में हल्दी डालकर पीना भी लाभदायक होता हैं.
- कफ के रोगी को गरम पानी ज्यादा पीना चाहिए व चिकनाई की चीजों से बचना चाहिए.
- शहद को गर्म दूध में मिलाकर के पिए, (khansi ka ilaj)इससे खांसी से छाती में हो रहे दर्द में भी आराम मिलेगा और खांसी में खांसने से भी छुट्टी मिलती है.
- थोड़े से अदरक के रस में मलाई मिलाकर के चाटने से भी बहुत लाभ होता हैं.
- और कफ वाली खांसी में थोड़े से अदरक के रस में शहद मिलाकर के चाटें इससे भी लाभ होता हैं.
- सुखी खांसी – कालीमिर्च के एक-दो दाने लें और इन्हें मुंह में डालकर चूसें, चबाना नहीं हैं सिर्फ चूसें. यह एक देसी टोटका हैं खांसी का तुरंत उपचार करता हैं, प्रयोग करके देखें. यह टॉन्सिल थाइरोइड को भी ठीक करता हैं.
- एक डेढ़ चम्मच अदरक का रस और एक डेढ़ चम्मच ही शहद दोनों को आपस में अच्छे से मिलाकर के चाटने से पुरानी से पुरानी खांसी में भी आराम मिलता हैं, यह हजारों बार प्रयोग किया गया कफ काली आदि (cough) खांसी का घरेलु इलाज हैं सर्दी जुकाम बुखार इनको भी दूर करता हैं. बच्चों को यह कम मात्रा में दे सकते हैं.
- आवाज बैठ जाना – जुकाम के कारण आवाज बैठ जाने की स्थिति में आंवले का चूर्ण एक बड़ा चम्मच या रस एक प्याला लेकर उसमें शहद डाल कर पिए ऊपर से आधा छोटा चम्मच भर अदरक खाते जाए. इसके अलावा च्यवनप्राश खाने से लाभ होता हैं.
- काली खांसी – काली बकरी का दूध 100 ग्राम से 250 ग्राम तक दो सप्ताह तक पिलाने से यह ख़त्म हो जाती हैं, या सामान्य खांसी को भी ठीक करती है.
- अजवाइन खाकर गर्म पानी पिने से भी यह ठीक हो जाती हैं.
- पान के बिना लगे सादे पत्ते में (यानी सिर्फ पान के पत्ते में) एक ग्राम अजवाइन रख कर चबा-चबाकर रस निगलने से खांसी का हमला थम जाता हैं. सिर्फ अजवाइन एक दो ग्राम खाकर ऊपर से गर्म पानी पीकर सो जाने से रात में भी यह तकलीफ नहीं देती हैं.
- कालीमिर्च बहुत बारीक पीसी हुई में चार गुना गूढ़ मिलाकर आधा-आधा ग्राम की गोलियां बना लें. दिन में तीन से चार गोलियां चूसने से हर तरह की खांसी दूर हो जाती हैं.
- गुदा द्वार पर दिन में तीन से चार बार तक सरसों का तेल चुपड़ने से खांसी और अन्य हर तरह के खांसने के रोग ख़त्म होते है.
खांसी की दवा का नाम
- खांसी के रोग में डॉक्टर यह अंग्रेजी दवाइयां देते है : benzonatate oral, Mucinex oral, Tessalon Perles oral, Benadryl oral यह सभी खांसी की दवा का नाम है.
खांसी का बिना दवा के इलाज
- अंगुष्ठ मुद्रा – इस दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में मिलाकर सीधे हाथ के अंगूठे को ऊपर की ओर रखना इस को अंगुष्ठ मुद्रा कहते हैं. इस मुद्रा को रोजाना 10-15 मिनट करने से शरीर में जमा कफ, बलगम नष्ट हो जाता हैं और खांसी से आराम मिलता है.
- सुबह के समय खुली हवा में बैठकर अंगुष्ट मुद्रा बनाये और अपनी दाय नाक से सांस अंदर लें, अपनी क्षमता अनुसार सांस को रोके और बाई नाक से सांस को छोड़ दें.
- इस तरह 7-8 बार दाय नाक से सास लेकर बाई नाक से छोड़ने से शरीर में गर्मी बढ़ती हैं जिससे कफ खांसी में अधिक लाभ होता हैं. इसे लिंग मुद्रा भी कहां जाता हैं.
- जिन छोटे बच्चों को बलगम, कफ, खांसी cough की शिकायत है उनके लिए पियाबांसा बहुत ही लाभकारी हैं. इसके लिए पियाबासा की 2-3 पत्ती व 1-2 तुलसी की पत्ती को पीसकर रस निका लें.
- खांसी दूर करने के लिए 1-2 चम्मच रस में थोड़ा शहद मिलाकर चटाये. इससे बच्चे की कितनी ही पुरानी खांसी, बलगम आदि हो वह खत्म हो जाएगी यह रामबाण इलाज करती हैं. इस प्रयोग को दो तीन दिन तक करने से बलगम, कफ, खांसी जड़ से ख़त्म हो जाएगी, यह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक घरेलु उपचार हैं.
- खांसी की दवा (syrups) में पियाबासा की पत्तियों को पीसकर थोड़ी कालीमिर्च मिलाकर छोटी-छोटी गोली बना लें. अगर आप बड़े हैं तो गोलियों को चूसे और अगर छोटे बच्चों को यह देना हो तो इस खांसी की गोली को शहद में घिसकर के बच्चे को चटाये.
खांसी की दवा बाबा रामदेव पतंजलि
- बहुत पुराना कफ बलगम और खांसी में – 20 ग्राम सोंठ, पीपल, कालीमिर्च का मिश्रण, 20-25 ग्राम सितोपलादि चूर्ण, 20 ग्राम श्वसारी रस, 5 ग्राम अभ्र्क भस्म, 5 ग्राम प्रवाल पिष्टी, 10 ग्राम अमृत सत, 2-3 ग्राम स्वर्ण वसन्तमालती इन सभी को मिलाकर के 1-1 ग्राम नाश्ते और शाम के कहने से एक घंटा पहले शहद के साथ चाटें, यह पुरानी बलगम, कफ, खांसी से छुटकारा दिलाएंगे.
- रोजाना सुबह के समय तुलसी के 4-5 पत्ते खाये कफ, बलगम, और खांसी आदि रोग आपको कभी भी नहीं होंगे.
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बताये गए नुस्खों का प्रयोग करने के बाद 45 मिनट्स तक पानी न पिए, इन नुस्खों का प्रयोग करने से पहले आप पानी पि सकते हैं लेकिन बाद में न पिए और प्रयोग के बाद खुली हवा में भी न जाए ऐसा करने से यह जल्दी असर करेंगे.
दोस्तों यहां बताये गए सभी असरकारी है कफ बलगम वाली काली खांसी का इलाज क्या है, khansi ka ilaj kya hai batao हैं ऐसा नहीं हो सकता की आप इनका प्रयोग करे और आपको लाभ न हो यह अंग्रेजी दवाइयों से भी बेहतर है, आयुर्वेदिक है आपको बहुत लाभ देंगे। यहां जो बाते बताई है वह आपको और कहीं नहीं मिलेगी।
मुझे बहुत खांसी हो रहा है और वेलकम और कभी आ रहा है
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